देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य ने पूछताछ के दौरान सवालों के जवाब देने से पहले पुलिस से सिगरेट, अखबार और कन्हैया कुमार के साथ रहने की मांग की है। खालिद और अनिर्बान दोनों पुलिस कस्टडी में हैं। दोनों को नौ फरवरी को देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार खालिद ने पुलिस को बताया कि वह रेगुलर स्मोकर है। सरेंडर करने से कुछ देर पहले ही उसने सिगरेट पी थी। हालांकि पुलिस ने सिगरेट देने से मना कर दिया।
इसके बाद दोनों ने गुरुवार दोपहर को कहा कि उन्हें जेएनयू के पास स्थित ढाबे से मोमोज और बिरयानी लाकर दिए जाए। पुलिस ने बताया कि उनकी इस मांग को ठुकरा दिया गया। उन्हें थाने के पास के एक ढाबे से खाना लाकर दिया गया। सूत्रों के अनुसार, ‘दोनों ने अखबारों के साथ सिगरेट का मांगा। उन्हें हिंदी अखबार दिया गया। उनसे इंस्पेक्टर के कमरे में दिनभर पूछताछ की गई।’
सूत्रों के अनुसार खालिद ने देश विरोधी नारे लगाने से इनकार किया। हालांकि कहा कि उसने कश्मीर की आजादी को लेकर नारेबाजी की थी। उसने कथित तौर पर कहा कि कश्मीर की आजादी में वह विश्वास करता है और इसके लिए वह लड़ रहा है। खालिद और अनिर्बान ने नारेबाजी के वीडियो पर कहा कि भीड़ में ज्यादातर बाहरी लोग थे। उन्होंने पुलिस से ही नारे लगाने वालों की पहचान करने को कहा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ‘छात्रों ने दावा किया है कि उन्हें विदेशी पैसा नहीं मिला लेकिन पुलिस माओवादी लिंक पर जांच कर रही है। ये छात्र नक्सलियों से संबंध रखने के आरोप में जेल में बंद डीयू के प्रोफेसर जीएन साईबाबा के संपर्क में थे।’ पुलिस ने खालिद, कन्हैया और अनिर्बान से पूछे जाने वाले सवालों की लिस्ट भी बनाई है। इसके तहत तीनों से अलग अलग सवाल किए जाएंगे।