केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने गुरुवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए हम सैकड़ों साल से संघर्ष कर रहे थे जिसमें अशोक सिंघल, आडवाणी जी और मेरे जैसे लोग जुड़े और सफल हुए। उन्होंने जोर दिया कि अब मंदिर के अलावा वहां और क्या बन सकता है? उमा ने ट्वीट किया कि चार दिनों से वह हिमालय के मदमहेश्वर में थीं, राम मंदिर के प्रयत्नों के लिए श्री श्री रविशंकर को प्रयासों का नमन। यह सत्य है कि कोई भी राम मंदिर के लिए प्रयत्न कर सकता है।
राम मंदिर के लिए प्रयासरत लोगों की सराहना करते हुए उमा भारती ने कहा कि राम जन्मभूमि पर मंदिर के अलावा कुछ और बनाने की हिम्मत कौन कर सकता है? मैं राम मंदिर के लिए प्रयत्न करने वालों का अभिनंदन करती हूं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डॉ सुब्रमण्यम स्वामी और श्री श्री रविशंकर या जिन्होंने भी राम मंदिर के लिए प्रयत्न किए हैं, उन्हें सफलता मिलनी ही है।
1. चार दिनों से हिमालय (मदमहेश्वर) में थी, राम मंदिर के प्रयत्नों के लिए @SriSri रविशंकर को शत्-शत् प्रणाम। राम सत्य हैं। कोई भी राम मंदिर के लिए प्रयत्न कर सकता है।
— Uma Bharti (@umasribharti) November 23, 2017
2. राम मंदिर के लिए हम सैंकड़ों सालों से संघर्ष कर रहे थे, जिसके अंत में श्री अशोक जी सिंघल, श्री आडवाणी जी एवं मेरे जैसे लोग जुडे़ एवं सफल हुए, अब मंदिर के आलावा वहां और क्या बन सकता है?
— Uma Bharti (@umasribharti) November 23, 2017
3. डॉ सुब्रमनियन स्वामी @Swamy39 जो कि मेरे हीरो हैं या @srisri रविशंकर जी या जिन्होंने भी राम मंदिर के लिए प्रयत्न किए हैं, उन्हें सफलता मिलनी ही है क्योंकि उनके प्रयत्न भी तो सिर्फ वहां मंदिर बनाने के लिए ही हैं।
— Uma Bharti (@umasribharti) November 23, 2017
4. राम जन्मभूमि पर मंदिर के अलावा कुछ और बनाने की हिम्मत कौन कर सकता है? हिमालय से उतरते ही मैं उन दोनों का तथा जो भी राम मंदिर के लिए प्रयत्न करेंगे, उनका अभिनंदन करती हूं। #RamMandir
— Uma Bharti (@umasribharti) November 23, 2017
उल्लेखनीय है कि उमा भारती ने कुछ दिनों पहले ही फिल्म ‘पद्मावती’ पर चल रहे विवाद पर भी अपनी राय व्यक्त की थी। दरअसल उन्होंने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का बचाव किया था और कहा था कि इस फिल्म के लिए अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को दोष देना ठीक नहीं है। उमा भारती ने इस मुद्दे पर एक के बाद 7 ट्वीट किए थे। उमा भारती ने लिखा था, “फिल्म पद्मावती के संदर्भ में उस फिल्म की अभिनेत्री या अभिनेताओं के बारे में कोई भी टिप्पणी उचित नहीं है। उनकी आलोचना अनैतिक होगी।”