भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को जल्द ही भारत वापस लाया जाएगा। ब्रिटेन सरकार ने शुक्रवार को मोदी के भारत प्रत्यर्पण किए जाने की मंजूरी दे दी है। मोदी पर पंजाब नैशनल बैंक को करीब 3,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। सूत्रों ने कहा कि ब्रिटेन की उच्च न्यायालय अगर इस फैसले को नहीं बदलती तो मोदी जल्द ही भारत वापस आ जाएगा।

एक सीबीआई अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया “ब्रिटेन सरकार ने उसे वापस लाने की मजूरी दे दी है। अब सब अदालत पर निर्भर करता है।” नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पण करने के लिए लंदन की अदालत ने 25 फरवरी को आदेश जारी किए थे। अब नीरव मोदी को इस फैसले के खिलाफ 14 दिनों के भीतर हाई कोर्ट के सामने अपनी अपील दाखिल करनी होगी वरना उन्हें भारत भेज दिया जाएगा।

अदालत ने कहा कि मोदी को यह अधिकार है कि वह राज्य के सचिव को मामला भेजने के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील कर सकते हैं। हालांकि, इस अपील को तब तक नहीं सुना जाएगा जब तक कि राज्य के सचिव ने निर्णय नहीं ले लेते। अदालत ने कहा, “अपील कानून या तथ्य या दोनों के आधार पर हो सकती है।”

लंदन कोर्ट ने अपना फैसला देते हुए कई अहम बातें नीरव मोदी के खिलाफ कही थी जिनमें यह भी कहा था कि नीरव मोदी ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर साजिश रची और नीरव मोदी इस पूरे मामले में मनी लॉन्ड्रिंग में भी शामिल थे। साथ ही कोर्ट ने नीरव मोदी के उस दावे को भी खारिज कर दिया था जिसमें उनके भारतीय जेल में रहने पर आपत्ति जाहिर की गई थी।

सीबीआई के एक आला अधिकारी ने बताया की नीरव मोदी पिछले डेढ़ साल से ज्यादा समय से लंदन की जेल में बंद है। भारतीय जांच एजेंसियों ने इंटरपोल की मार्फत पहले नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी के इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराए थे। जिनके आधार पर नीरव मोदी को लंदन में गिरफ्तार किया गया था।

अपनी गिरफ्तारी के बाद नीरव मोदी ने भारतीय एजेंसियों के दावे को अदालत में चुनौती दी थी और अपनी जमानत याचिका भी दाखिल की थी।