नए साल के मौके पर बेंगलुरु से आई छेड़खानी और यौन हमले की खबरों पर दीपिका पादुकोण की मां उज्जवला पादुकोण ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि लोगों को कानून का डर नहीं है इस वजह से ऐसा होता है। उज्जवला पादुकोण दीपिका और अनीषा की मां हैं। उनके पति प्रकाश पादुकोण बैंडमिंटन प्लेयर हैं। दीपिका की बहन अनीषा गोल्फ खेलती हैं। उल्जवला ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते बेंगलुरु के मामले पर बात की। पढ़िए उन्होंने क्या कहा –
‘यह काफी हैरान करने वाला है। ऐसी घटना देश के किसी भी कोने में हो सकती हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हम लोग किस तरीके के लोगों को जन्म दे रहे हैं। एक हाथ पर हम लोग अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्नति की बात करते हैं वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हमारे समाज में हैं जो इतने प्रतिगामी हैं। यह काफी डराने वाला है। लड़कियों को भी अपनी जिंदगी जीने का अधिकार होना चाहिए जैसा की लड़कों को होता है। उन्हें वह पहनने का हक होना चाहिए जो वह पहनना चाहती हैं, वे भी अपनी मर्जी से कहीं जा सकें जैसा की लड़कों को होती है।
कोई उन्हें यह ना बताए कि उन्हें क्या पहनना है और क्या करना है। लेकिन मुझे लगता है कि इसके लिए लड़कों के माता-पिता की जिम्मेदारी ज्यादा है। उन लोगों को अपने बच्चों को सिखाना चाहिए कि लड़कियों की इज्जत कैसे की जाती है। भारत में महिलाओं को तो सिखाया जाता है कि पुरुषों का सम्मान करना है तो फिर पुरुषों को क्यों नहीं सिखाया जा सकता। इसके लिए सोच को बदलना होगा। एक मां के रूप में मुझे काफी डर लगता है जब मेरी बेटियां घर से बाहर अकेली निकती हैं। मैं और मेरे पति उन्हें समझाते रहते हैं।’
उन्होंने एक किस्से का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया, ‘अभी कुछ दिन पहले मेरी छोटी बेटी गोल्फ टूर्नामेंट के लिए मोरक्को गई थी। मैं भी उसके साथ थी। मुझे उसके लिए सामान लेने के लिए रात को बाहर जाना पड़ता था। लेकिन मुझे भरोसा था कि उस देश में मेरी बेटी के साथ कुछ गलत नहीं होगा। मैं सोचती हूं कि ऐसा मैं अपने देश में महसूस क्यों नहीं कर सकती। मेरा मानना है कि अगर बेंगलुरु में लोगों को कानून का डर होता तो ऐसा नहीं होता।’