हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अनलॉफुल एक्टिविटिज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) कानून को लेकर बड़ा बयान दिया है। ओवैसी का कहना है कि यूएपीए का उपयोग बेकसूर मुस्लिमों और दलितों के खिलाफ किया जाता है। इसके अलावा एआईएमआईएम नेता ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर भी हमला बोला है। ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के मंत्री गौरक्षा के नाम पर हत्या करने वालों को माला पहनाते हैं।

एआईएमआईएम नेता ने कहा कि यूएपीए कानून की मदद से उन पर अत्याचार किया जाता है। ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, “यह साफ हो चुका है कि यूएपीए एक कठोर कानून है, जिसका इस्तेमाल सिर्फ निर्दोष मुस्लिमों, दलितों और असंतुष्टों को कैद करने के लिए किया जाता है। दशकों से मुस्लिम और दलित युवाओं पर अत्याचार करने और उन्हें कलंकित करने के लिए कट्टरपंथीकरण का इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह विश्वास करना मुश्किल है कि अब यह ‘धर्म तटस्थ’ होने जा रहा है।”

बीजेपी पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री ने लिंचिंग करने वालों को माला पहनाकर स्वागत किया था। आतंकवाद के मामलों में आरोपी बीजेपी की एक सांसद ने गांधी के हत्यारे के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त की।”

ओवैसी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर भी हमला बोला। एआईएमआईएम चीफ ने कहा है कि संघ नहीं चाहता है कि मुस्लिम भी देश की राजनीति में आएं और संसद या विधानसभाओं में बैठें।

ओवैसी ने लिखा “हिंदुत्व इस झूठ पर बना है कि केवल एक समुदाय के पास सभी राजनीतिक शक्ति होनी चाहिए और मुसलमानों को राजनीति में भाग लेने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए। संसद और विधानसभाओं में हमारी अधिक उपस्थिति हिंदुत्व संघ के खिलाफ चुनौती का काम करेगी, अगर अपनी मौजूदगी कायम कर पाए तो जश्न मनाएंगे।”