गुड़गांव। पूर्वोत्तर के युवकों के खिलाफ गुड़गांव में मारपीट का एक और मामला सामने आया है। इसमें बुधवार की रात यहां सिकंदरपुर में आठ लोगों ने नगालैंड के तीन युवकों को उनके साथ शराब पीने से मना करने पर पीटकर जख्मी कर दिया। पुलिस ने बताया कि नगालैंड के दो युवकों के शरीर पर गंभीर चोट आई हैं वहीं एक अन्य युवक मामूली रूप से चोटिल हो गया। उनमें से एक की पहचान जेम्स के तौर पर की गई है जो कॉल सेंटर में काम करता है। हमलावरों ने उसके बाल काट दिए। उधर, गृह मंत्रालय ने हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर गुड़गांव की घटना पर रिपोर्ट मांगी है।

डीएलएफ फेस-1 थाने के प्रभारी के मुताबिक जेम्स, उसके साथ कॉल सेंटर में काम करने वाला एक लड़का, जिसका नाम पुलिस ने बताया नहीं है और एक बेरोजगार युवक सिकंदरपुर में किराए के कमरे में रह रहे थे।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन तीनों ने जब सिकंदरपुर गांव के युवकों के साथ शराब पीने से मना कर दिया तो उनके बीच कहासुनी हो गई। बाद में इन आठ लोगों ने नगालैंड के युवकों की पिटाई की और जेम्स के बाल काट दिए।

एसएचओ ने बताया कि नगालैंड के युवकों को गुड़गांव सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां गुरुवार की सुबह उनकी मेडिकल जांच की गई। जेम्स उर्फ अलाटो को इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेजा गया है। पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट और पीड़ितों के बयान के आधार पर रपट दर्ज कर ली है।

एसएचओ ने कहा कि कुछ दोषियों की पहचान कर ली गई है और हम उन सभी को जल्दी गिरफ्तार कर लेंगे। पूर्वोत्तर के लोगों पर हमलों की बढ़ती घटनाओं पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को चिंता जताई। उन्होंने खासतौर पर बंगलूर में कन्नड भाषा नहीं बोलने पर पूर्वोत्तर के तीन छात्रों की पिटाई के मामले में राज्य सरकार के साथ मुद्दा उठाने की बात कही।

सिंह ने गुड़गांव के पास मानेसर में संवाददाताओं से कहा, मैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री से बात करूंगा। कोई भी किसी के खिलाफ जाति, मत या पंथ के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकता। गृह मंत्रालय ने हरियाणा सरकार को भेजे पत्र में कहा कि दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए और घटना को विस्तार से बताने वाली रिपोर्ट यथासंभव जल्दी भेजी जानी चाहिए।