बहुजन समाज पार्टी के दो विधायकों ने बगावत कर दी है। दोनों विधायकों ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बसपा सुप्रीमो मायावती पर टिकट खरीदने-बेचने का आरोप लगाया है। दोनों विधायकों का कहना है कि वे जल्‍द ही बीजेपी में शामिल होंगे। उत्‍तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी जिले के पलिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक हरविंदर कुमार साहनी (रोमी साहनी) और मल्लावां के विधायक ब्रजेश वर्मा ने कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने उनसे पैसों मांग की जबकि मायावती सामने ही बैठी हुई थीं। रोमी साहनी ने मायावती पर बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह की आपत्तिजनक टिप्‍पणी के बाद बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा सिंह के परिवार की महिलाओं पर की गई अभद्र टिप्‍पणियों के लिए अफसोस जताया। गौरतलब है कि यूपी बीजेपी के पूर्व उपाध्‍यक्ष दयाशंकर सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि ‘मायावती पैसे लेकर टिकट बेचती हैं। जो ज्‍यादा पैसा देता है, टिकट उसका हो जाता है।’ सिंह ने मायावती को ‘वेश्‍या से भी बदतर’ बतााया था। सिंह के बयान के बाद मायावती ने खुद सामने आकर रौद्र रूप दिखाया था। उसके बाद बसपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान दयाशंकर सिंह की पत्‍नी स्‍वाति सिंह और बेटी पर अभद्र टिप्‍पणियां की।

रोमी साहनी का आरोप है कि पार्टी में उनसे टिकट के लिए करोड़ों रुपए मांगे गए। उन्‍होंने कहा, ” 6 जुलाई को हमसे पांच करोड़ रुपए की मांग की गई।” दूसरी तरफ, ब्रजेश वर्मा का कहना है कि उनसे 4 करोड़ मांगे गए। वर्मा के मुताबिक, रुपए नसीमुद्दीन ने मांगे, मगर मायावती सामने ही मौजूद थीं। दोनों विधायकों ने राज्‍य सभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग न करने का भी दावा किया। दोनों ही विधायकों को जून में पार्टी से निकाल दिया गया था, मगर माफी मांगने पर पार्टी में वापसी हुई थी। रोमी साहनी ने कहा क‌ि मायावती के खौफ से पार्टी के विधायकों में दहशत है, जिसकी वजह से आधे से ज्‍यादा विधायक बीमार हो गए हैं। दूसरी तरफ, बसपा नेता ब्रजेश पाठक ने कहा है कि ”लिखित माफी मांगने पर दोनों की वापसी हुई थी। तभी कहा गया था कि उन्‍हें टिकट नहीं दिया जाएगा। उन दोनों विधायकों ने सुधरने का मौका देने की बात कही थी, लेकिन अब वे टिकट न मिलने से बौखला गए हैं।”

READ ALSO: बरखा दत्‍त ने टाइम्‍स नाऊ और अरनब गोस्‍वामी पर साधा निशाना, कहा- क्‍या यह शख्‍स जर्नलिस्‍ट है? शर्मिंदा हूं

READ ALSO: BJP में जाएंगे मायावती के दो बागी विधायक, कहा- बड़े नेताओं को थी विरोध में लगे अभद्र नारों की जानकारी