Air India Ahmedabad Plane Crash: लंदन जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से उड़ान भरने के 36 सेकंड बाद ही हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे की जांच की जा रही है। इसी बीच, योग गुरु बाबा रामदेव ने साजिश की आशंका जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि विमान के रखरखाव और सेवा का काम तुर्की की एक एजेंसी करती थी। भारत को एविएशन सेक्टर पर कड़ी नजर रखनी होगी। उस एजेंसी की साजिश की आशंका है।

समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बाबा रामदेव ने कहा, ‘इस विमान हादसे के पीछे इस बात की भी दृष्टि होनी चाहिए कि मुझे ऐसा पता लगा है कि तुर्की की कोई एक एजेंसी जो ये मेंटनेंस का जो काम करती है, सर्विस का काम करती है। ये एविएशन सेक्टर के ऊपर भारत को और नजर रखनी होगी। तुर्किए ने दुश्मनी तो कहीं नहीं निकाली है इसके माध्यम से। क्योंकि वहां की एक एजेंसी जो सर्विस और मेंटनेंस का काम करती थी विमान का तो उसने तो कोई साजिश नहीं रच दी है। भारत को 100 प्रतिशत ऐसे संवेदनशील मैटर्स में तो कम से कम विदेशी लोगों के हस्तक्षेप को खत्म करना होगा।’

विमान हादसे की जांच के लिए पहुंची टीमें

समाचार एजेंसी पीटीआई ने शनिवार सुबह बताया कि अहमदाबाद में उस जगह पर राहत के काम में मदद के लिए एनएसजी की एक टीम तैनात की गई है। एनएसजी घटनास्थल पर केंद्रीय और राज्य एजेंसियों की मदद कर रही, लेकिन इस मामले में उनके पास जांच का कोई भी अधिकार नहीं है। विमान हादसे की जांच एएआईबी, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), अहमदाबाद क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस समेत कई कर रही हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने भी शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया।

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राम मोहन नायडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा?

एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनकी कहानियां सुनकर बहुत दुख होता है। हमने एअर इंडिया को निर्देश दिया है कि वह यात्रियों के परिवारों की हर संभव मदद करे। एक तरफ डीएनए जांच भी हो रही है, ताकि शवों की पहचान हो सके और उन्हें संबंधित परिवारों को दिया जा सके। गुजरात सरकार इसके साथ कोऑर्डिनेट कर रही है। डीएनए जांच की पुष्टि होने के बाद शवों को संबंधित परिवारों को दिया जा रहा है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी, लेकिन दस्तावेजीकरण और प्रक्रिया का पालन करने की जरूरत है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रक्रिया या प्रोटोकॉल में कोई चूक न हो जिसका पालन करने की जरूरत है।’  क्या उड़ान सुरक्षा मानकों पर फिर उठने लगे हैं सवाल?