अब ट्रेन में खाली सीटों की जानकारी पहले से ही मिल जाएगी। इससे अगले स्‍टेशनों पर अंतिम वक्‍त में भी यात्रियों को टिकट मिल सकेगा। रेलवे के हैंड हेल्‍ड टर्मिनल से यह संभव होगा। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को इस नए सिस्‍टम की शुरुआत की। मोबाइल से कुछ बड़े आकार का यह उपकरण अब ट्रेनों में टीटीई को दिया जाएगा। रास्‍ते में जांच के दौरान टीटीई को जो सीटें खाली मिलेंगी उनके बारे में जानकारी सीधे सिस्‍टम तक पहुंच जाएगी। इससे अन्‍य यात्री भी टिकट खरीद सकेंगे।

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अभी तक टीटीई के पास एक चार्ट होता है। इसमें वे पैसेंजर के सीट पर मिलने पर टिक करते जाते हैं लेकिन खाली सीट होने पर वह खाली ही रह जाती है। अब नए सिस्‍टम में टीटीई के पास चार्ट की जगह यह उपकरण होगा। इसकी मदद से टीटीई हाथोंहाथ पैसेंजर की गैर मौजूदगी दर्ज कर लेगा। इस तरह से अगले स्‍टेशन पर यह जानकारी पहुंच जाएगी कि अंतिम वक्‍त में ट्रेन में कितने पैसेंजर सवार नहीं हुए और कितनी सीटें खाली है। यह जानकारी टिकट बुकिंग के सर्वर पर चली जाएगी।

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अधिकारियों के अनुसार फिलहाल यह प्रयोग दिल्‍ली से चलने वाली शताब्‍दी ट्रेनों में ही किया जाएगा। बाद में इसे दुरंतो, राजधानी और मेल एक्‍सप्रेस ट्रेनों में भी शुरु किया जाएगा।

रेलवे ने हाल ही में अत्‍याधुनिक बोगियों वाली नई ट्रेन भी शुरू की है। क्लिक करदे‍खिए तस्‍वीरें:

सप्ताह में तीन दिन चलने वाली महामना एक्सप्रेस ट्रेन वाराणसी से दिल्ली के बीच की यात्रा 14 घंटे से भी कम समय में पूरी करेगी।