पिछले कुछ महीनों में ट्रेन हादसों में इजाफा हुआ है। इस बीच शुक्रवार की देर रात दो ट्रेन हादसे हुए लेकिन अच्छी बात यह रही कि इसमें कोई घायल नहीं हुआ। एक हादसा कानपुर में हुआ, जहां साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए। लोको पायलट के अनुसार बोल्डर के इंजन से टकराने के कारण हादसा हुआ। कानपुर हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि रेल ट्रैक पर कुछ रखा था। 22 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। यह हादसा शुक्रवार की देर रात 2:35 पर हुआ। ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी।

ट्रैक पर कुछ रखा था- अश्विनी वैष्णव

अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी से अहमदाबाद) का इंजन आज सुबह 02:35 बजे कानपुर के पास ट्रैक पर रखी किसी वस्तु से टकराकर पटरी से उतर गया। तेज टकराव के निशान देखे गए हैं। प्रूफ सुरक्षित हैं। आईबी और यूपी पुलिस भी इस पर काम कर रही है। यात्रियों या कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई। यात्रियों के लिए अहमदाबाद की आगे की यात्रा के लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई।”

हादसे के बाद कई ट्रेनें रद्द

रेल हादसे के बाद करीब 6 ट्रेनें रद्द कर दी गई है। इसमें 01823 झांसी-लखनऊ एक्सप्रेस, 11109 झांसी-लखनऊ जंक्शन, 01802 कानपुर-मानिकपुर एक्सप्रेस, 01814 कानपुर-झांसी एक्सप्रेस, 01887 ग्वालियर-इटावा एक्सप्रेस और 01889 ग्वालियर-भिंड एक्सप्रेस ट्रेन रद्द कर दी गई है।

Centre Reshuffle Secretary: केंद्र ने सचिव स्तर पर बड़ा फेरबदल किया, 20 सीनियर अधिकारियों के बदले विभाग; जानिए किसको-कौन से विभाग मिला

सिलीगुड़ी में भी ट्रेन हादसा

वहीं दूसरा हादसा पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में हुआ, जहां मालगाड़ी पटरी से गुजर गई। सिलीगुड़ी के रंगापानी इलाके में मालगाड़ी पटरी से उतरी। मालगाड़ी ईंधन ले जा रही थी। बता दें कि करीब 15 दिन पहले भी इसी एरिया में एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी।

वहीं इसी इलाके में 3 महीने पहले कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन का एक्सीडेंट हुआ था। इसमें कई लोगों की मौत हो गई थी। यानी पिछले ढाई महीने में यहां पर तीन ट्रेनें हादसे का शिकार हो चुकी है।