Weather Forecast Today, 17 August 2022 IMD Rainfall Alert: देश के कई राज्यों में भारी बारिश की वजह से नदियों का बढ़ना जारी है। कई नदियों में उफान के चलते आसपास के गांवों और इलाकों में रहने वाले लोगों के घरों में पानी घुस गया है। दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर दो दिन पहले घटने के बाद बुधवार को एक बार फिर खतरे के निशान के 204.5 मीटर के पार चला गया है।

मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनों में गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड, सौराष्ट्र और कच्छ, गोवा और कोंकण के इलाकों में में भारी बारिश होने की संभावना है। सकती है। बारिश हो सकती है। के इलाके में 20 तारीख तक बारिश हो सकती है।

दिल्ली में यमुना का बढ़ता जलस्तर। (फोटो- पीटीआई)

दिल्ली में बुधवार को सुबह बादल छाए रहे और हल्की बारिश की भी संभावना है। मौसम पूर्वानुमान एजेंसियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली के मुख्य मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो साल के इस मौसम के लिए सामान्य तापमान से दो डिग्री कम है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। मंगलवार को बादल छाए रहने, हल्की बारिश होने और तेज हवाएं चलने से अधिकतम तापमान गिरकर 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मथुरा में भारी बारिश से निचले इलाकों में सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया।

इस बीच दिल्ली में यमुना के जलस्तर में वृद्धि से दिक्कतें बढ़ गई हैं। अधिकारियों के मुताबिक ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के बीच हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बैराज से और पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। यमुना में ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद शुक्रवार को जलस्तर खतरे के निशान के पार चला गया था, जिसके कारण अधिकारियों को निचले इलाकों में रह रहे करीब 7,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा।

यमुना नदी का जल स्तर रात नौ बजे तक 205.25 मीटर तक बढ़ने की संभावना

जल स्तर सोमवार को खतरे के निशान से नीचे चला गया था और मंगलवार को शाम छह बजे 203.96 मीटर पर था। दिल्ली सरकार के बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने बताया कि पानी का स्तर फिर से बढ़ गया और मध्यरात्रि के आसपास यह खतरे के निशान को पार कर गया। बुधवार को सुबह सात बजे यह 204.89 मीटर पर था। केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, नदी का जल स्तर रात नौ बजे तक 205.25 मीटर तक बढ़ने तथा उसके बाद स्थिर रहने की संभावना है।

भोपाल के बाहरी इलाके गुदरी घाट गांव में लगातार बारिश से कलियासोत नदी के उफान के बाद जलभराव वाले क्षेत्र से सुरक्षित स्थान पर जाते ग्रामीण। (फोटो- पीटीआई)

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले दो-तीन दिनों में भारी बारिश की संभावना है। यमुना नदी के डूब वाले क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्से आते हैं।

उधर, पिछले दिनों बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण ओडिशा में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। इसके चलते राज्य के 10 जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। बाढ़ के कारण कई जिलों की नदियां उफान पर हैं। साथ ही प्रदेश के निचले स्तर में पानी घुसने से कई लोग बेघर हो गए हैं।