राज्य में व्याप्त सूखे को लेकर निराशाजनक तस्वीर उभरने के बीच ‘भारत माता की जय’ की टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को आड़े हाथ लेते हुए सत्तारूढ़ शिवसेना ने गुरुवार को कहा कि भारत समर्थक नारा लगाने के लिए लोगों को पहले जीवित रहना चाहिए। शिवसेना के मुखपत्र सामना में पार्टी ने कहा कि बेहतर होता कि वह (फडणवीस) पहले यह युद्धघोष करते कि वह हर घर, महाराष्ट्र के प्रत्येक गांव में पेयजल पहुंचायेंगे अथवा मुख्यमंत्री का पद छोड़ देंगे।
संपादकीय में तंज करते हुए कहा गया, ‘भारत माता की जय बोलना चाहिए किन्तु उसके लिए आदमी को पहले जीवित होना चाहिए। वर्तमान में, भारत माता की जय को लेकर राजनीति पूरे जोरों से चल रही है। मेरी मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने दो, किन्तु मैं भारत माता की जय का नारा लगाऊंगा… मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया अच्छा अह्वान है। किन्तु भारत माता की संतानें पानी को लेकर भटक रही हैं, परेशान हैं, एक दूसरे का खून करने जैसी घटनाएं तक हो रही हैं।’
पार्टी ने याद दिलाया कि युवा नक्सलवाद की ओर जा रहे हैं तथा अन्याय के खिलाफ हथियार उठा रहे हैं। शिवसेना ने सवाल किया कि क्या मराठवाड़ा के लोग एक घूंट पानी के लिए हथियार उठाएंगे और आतंकवादी बन जाएंगे। यदि ऐसा हुआ तो भारत माता की जय का कोई अर्थ नहीं रहेगा। यदि लोग खुश रहेंगे तो भारत माता प्रसन्न रहेंगी।