टीएमसी सांसद नुसरत जहां दुर्गा पूजा में डांस और पूजा-पाठ के बाद मौलानाओं के निशाने पर हैं। दारूल उलूम देवबंद से जुड़े मुफ्ती असद कासमी ने नुसरत के दुर्गा पूजा में शामिल होने पर आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने जो किया वह पाप है। उन्हें अपना नाम और धर्म बदल लेना चाहिए। वहीं नुसरत जहां ने मौलाना को नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि जब उन्हें नाम बदलना होगा वह बदल लेंगी और किसी से पूछने भी नहीं आएंगी।

मुफ्ती असद कासमी ने कहा है कि ‘वह हिंदू देवी-देवताओं की पूजा कर रही थीं जबकि इस्लाम में मुसलमानों को सिर्फ ‘अल्लाह’ की इबादत करने का आदेश है। उन्होंने जो किया वह हराम (पाप) है। उन्होंने अपने धर्म से बाहर शादी की है। उन्हें अपना नाम और धर्म बदल लेना चाहिए। इस्लाम में ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है जो मुस्लिम नाम रखें और इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम करें।’

मीडिया से बातचीत में टीएमसी सांसद ने कहा ‘जिन्होंने मुझे नाम नहीं दिया वो इसे बदलने की बात क्यों करते हैं। मेरा नाम मुझे मेरे माता-पिता से मिला है। जिनका मेरे जीवन में कोई हस्तक्षेप नहीं है वह इस तरह की बात न ही करें तो अच्छा है। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कोई कुछ भी बोले। नाम बदलना होगा तो मैं खुद बदल लूंगी। मैं अपने नाम के पीछे सरनेम जोड़ सकती हूं। मुझे पूजा करने में खुशी होती है। आप भी चिल्ल करो, हैप्पी दुर्गा पूजा मनाओ।’

बता दें कि बंगाली सिनेमा की अभिनेत्री नुसरत एकबार फिर से विवादों में तब आईं जब उन्होंने रविवार को अपने पति निखिल जैन और अन्य परिजनों के साथ एक दुर्गा पंडाल में मां दुर्गा के दर्शन किए। नुसरत की दुर्गा पंडाल की तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर आयीं तो वह एक बार फिर चर्चा का विषय बन गईं।

सांसद के दुर्गा पूजा उत्सव में शामिल होने, पूजा पाठ करने और डांस करने की आलोचना की जा रही है। बशीरहाट से पहली बार सांसद निर्वाचित हुई जहां शादी के बाद से हिंदू प्रतीकों जैसे ‘मंगलसूत्र और ‘सिंदूर’ का इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने इस साल उद्यमी निखिल जैन से शादी की है।