तृणमूल कांग्रेस की सांसद और एक्ट्रेस शताब्दी रॉय ने बुधवार को कोलकाता में प्रवर्तन निदेशालय (ED) को सारदा ग्रुप ऑफ कंपनीज के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर मिले 30.64 लाख रुपये लौटा दिए। ईडी ने रॉय से कई बार पूछताछ की थी। रॉय ने 31 जुलाई को ईडी को पत्र लिखकर पैसे लौटाने की इच्छा जताई थी।

ईडी के सूत्रों के मुताबिक, उन्हें 30.64 लाख रुपये का बैंक ड्राफ्ट मिला है, जिसे बुधवार को एजेंसी कार्यालय भेजा गया। इस बीच रॉय ने मीडिया से भी बातचीत में पुष्टि करते हुए कहा, “हां, मैंने पैसे भेज दिए हैं।” शताब्दी रॉय अभिनेत्री से राजनेता बनी हैं और वह बीरभूम से दो बार सासंद हैं। उन्हें सारदा चिट फंड कंपनी ने अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था।

अप्रैल 2013 में चिट फंड कंपनी बंद हो गई। शुरुआत में इस मामले की जांच बंगाल पुलिस की टास्क फोर्स कर रही थी। हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद CBI ने मामला उठाया। यह कदम ऐसे समय में आया है जब सीबीआई और ईडी ने चिट फंड और नारद स्टिंग दोनों मामलों में जांच को आगे बढ़ाया है।

सीबीआई ने हाल ही में नारद स्टिंग ऑपरेशन के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस के सांसदों, मंत्रियों और एक आईपीएस अधिकारी सहित 10 आरोपियों को तलब किया था। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है और उनकी आवाज के सैंपल लिए गए हैं। सौगत रॉय, प्रसून बनर्जी और सुब्रत मुखर्जी सहित टीएमसी नेता समन मिलने के बाद पहले ही सीबीआई के समक्ष पेश हो चुके हैं।