Tirupati Mandir: आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर मंदिर का मैनेजमेंट करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड ने गैर-हिंदू धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेने वाले 18 कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया है। टीटीडी के आदेश के मुताबिक, कर्मचारियों में से 6 अलग-अलग टीटीडी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में टीचर्स हैं। इनके अलावा एक डिप्टी एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, एक असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, एक असिस्टेंट टेक्निकल ऑफिसर, एक हॉस्टल वर्कर, दो इलेक्ट्रीशियन और दो नर्स शामिल हैं।

यह फैसला बोर्ड की नवंबर में हुई मीटिंग में गैर-हिंदुओं को ट्रांसफर करने और राजनीतिक भाषणों पर बैन लगाने के फैसले के कुछ महीनों बाद लिया गया है। बीआर नायडू के शपथ ग्रहण के बाद में यह पहली मीटिंग थी। ट्रांसफर किए गए लोगों में तिरुपति के एसवी आयुर्वेदिक कॉलेज में प्रोफेसर डॉ केवी विजय भास्कर रेड्डी, तिरुपति के एसपीडब्ल्यू डिग्री और पीजी कॉलेज में लेक्चरर और प्रिंसिपल के सुजाता और जी असुंथा शामिल हैं।

टीटीडी ने अपने आदेश में क्या कहा?

एसजीएस आर्ट्स कॉलेज में लेक्चरर के प्रताप, एसवी आर्ट्स कॉलेज में लेक्चरर के मानेकशॉ दयान और तिरुपति के एसवी आयुर्वेदिक कॉलेज में प्रिंसिपल डॉ रेणु दीक्षित के अलावा अलावा ए आनंद राजू, डिप्टी एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और ए राजशेखर बाबू, असिस्टेंट ईओ का भी तबादला किया गया है। टीटीडी के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर जे श्यामला राव की तरफ से जारी आदेश में बोर्ड ने कहा कि 18 कर्मचारियों को अन्य पदों पर ट्रांसफर कर दिया है। इतना ही नहीं इसमें आगे कहा गया है कि टीटीडी के सभी कर्मचारी सदियों से चली आ रही परंपराओं और मूल्यों को कायम रखते हुए मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और भक्तों की मान्यताओं और भावनाओं को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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गैर-धार्मिक गतिविधियों में शामिल थे यह लोग

इस आदेश में यह भी कहा गया है कि 18 कर्मचारियों की पहचान गैर-हिंदू धार्मिक गतिविधि में हिस्सा लेने वालों के तहत की गई है। उन्होंने भगवान वेंकटेश्वर के सामने शपथ ली है कि वे केवल हिंदू धर्म और हिंदू परंपराओं का पालन करेंगे। इसमें आगे कहा गया है कि शपथ लेने के बाद भी 18 कर्मचारी गैर-हिंदू धार्मिक गतिविधियों में शामिल थे और हिंदू धार्मिक मेलों, त्योहारों और टीटीडी के कार्यक्रम में भी हिस्सा ले रहे थे। आदेश में दावा किया गया है कि इससे करोड़ों हिंदू भक्तों की पवित्रता, भावनाओं और विश्वासों पर असर पड़ता है। इस आदेश में टीटीडी के चीफ इंजीनियर को यह भी निर्देश दिया गया है कि इन 18 लोगों को तिरुमाला, किसी मंदिर और किसी भी धार्मिक कार्य में तैनात नहीं किया जाना चाहिए। तिरुपति बालाजी मंदिर को कभी घी की सप्लाई नहीं की पढ़ें पूरी खबर…