Tirupati Laddu Row: तिरुपति मंदिर के लड्डू में मिलावट को लेकर हो रहे विवाद का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी के बीच में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के मुखिया ने टीडीपी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में एंट्री करने से पहले अपनी आस्था का सबूत देने के लिए एक फॉर्म भरने का आरोप लगाया।
इस मामले पर पलटवार करते हुए सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि अगर जगन मोहन रेड्डी सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, तो वह यह क्यों पूछ रहे हैं कि मंदिर में एंट्री करने से पहले उन्हें अपनी आस्था घोषित क्यों करनी चाहिए, जबकि यह परंपरा और नियम है। नायडू ने कहा कि क्या किसी ने उन्हें मंदिर जाने से रोका है। कुछ लोगों ने बस इतना कहा है कि आप मंदिर के नियमों का पालन करें। इतने सारे लोगों ने घोषणा पत्र पर साइन किए हैं और बिना किसी हंगामे के मंदिर का दौरा किया है। जगन को ऐसा करने से कौन रोकता है।
कुछ ही घंटे पहले जगन मोहन रेड्डी ने नायडू और टीडीपी पर आरोप लगाया कि राजनीतिक हिसाब चुकता करने के लिए धर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं अपने घर की चारदीवारी के अंदर बाइबिल पढ़ सकता हूं, लेकिन बाहर मैं हिंदू धर्म, इस्लाम और सिख धर्मों का सम्मान करता हूं। क्या लोग मेरे धर्म को नहीं जानते। सीएम के तौर पर मैंने भगवान वेंकटेश्वर को पवित्र वस्त्र चढ़ाए हैं। किसी ने कभी मेरे धर्म और आस्था पर सवाल खड़े नहीं किए हैं। टीडीपी और गठबंधन के नेताओं की हिम्मत कैसे हुई कि वे मुझसे मंदिर न जाने के लिए कहें।
तिरुमाला मंदिर के नियमों का पालन क्यों नहीं किया- नायडू
जगन के इस बयान पर जवाब देते हुए सीएम नायडू ने कहा कि जगन के घर पर बाइबल पढ़ने से किसी को कोई परेशानी नहीं है। हम सभी किसी ना किसी धर्म का पालन करते ही हैं। जगन कहते हैं कि वे घर पर बाइबल पढ़ते हैं, लेकिन बाहर वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। अगर ऐसा है तो वे तिरुमाला मंदिर के नियमों और परंपराओं का सम्मान क्यों नहीं करना चाहते। एक हिंदू के तौर पर मैं पूजा करता हूं और जब मैं किसी चर्च या मस्जिद में जाता हूं, तो मैं उनकी परंपराओं का भी सम्मान करता हूं। हमें सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि जगन मोहन रेड्डी कहते हैं कि सीएम के तौर पर वे कई बार मंदिर गए हैं और भगवान को पवित्र वस्त्र भी चढ़ाए हैं और किसी ने उन्हें रोका नहीं या उनकी आस्था पर सवाल नहीं उठाया। मुझे लगता है कि जगन ने अपनी शक्ति का इस्तेमाल किया। उन्होंने सभी नियम और परंपराएं तोड़ दीं। लोग और भक्त इस बात को क्यों मानेंगे। उपद्रव आपको कहीं नहीं ले जाएगा। कानून का पालन करने वाले लोगों ने अपनी आस्था घोषित की है और वे मंदिर भी गए हैं। भगवान वेंकटेश्वर का आशीर्वाद लेने से किसी को कोई नहीं रोकता।
जगन मोहन रेड्डी जनता की भावनाओं से खेले
आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वाईएसआरसीपी शासन के दौरान उन्होंने कभी मैसूर या गुजरात को सैंपल नहीं भेजे और मिलावट की जांच नहीं की गई। टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी ने मिलावट के शक की वजह से सैंपल लैब में भेजे। मैं सवाल कर रहा हूं कि आपको (जगन मोहन रेड्डी) जनता की भावनाओं के साथ खेलने का अधिकार किसने दिया।