किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि सोमवार को प्रशासन के साथ बातचीत हुई। उन्होंने एक महीने में सारे मुकदमें समाप्त करने की बात की है। उन्होंने बताया कि मीटिंग में आईजी, कमिश्नर और जिलाधिकारी मौजूद थे। उन्होंने सरकार से भी बात की होगी। किसाननेता ने कहा कि16 मई और उसके आस-पास के जो मामले हैं, उन्हें खत्म किया जाएगा।
टिकैत ने कहा कि वो सरकार के आगे नहीं झुकेंगे। उनकी लड़ाई खेत और किसान को बचाने की है। सरकार के तीनों काले कानून जब तक वापस नहीं होते, किसान किसी चीज की परवाह किए बगैर अपना संघर्ष जारी रखेगा। टिकैत ने किसानों से अपील की कि वो शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जारी रखें। उनका कहना था कि किसान एकजुट होकर अपना संघर्ष जारी रखेंगे। उनका ये भी कहना था कि शांति पूर्ण तरीके से कोरोना नियमों के तहत किसान आंदोलन कर रहे हैं।
प्रशासन के साथ बातचीत हुई, उन्होंने एक महीने में सारे मुकदमें समाप्त करने की बात की है। आज IG, DIG, कमिश्नर और जिलाधिकारी मौजूद थे, उन्होंने सरकार से भी बात की होगी। 16 मई और उसके आस-पास के मामले हैं, उन्हें ख़त्म किया जाएगा: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, हिसार में pic.twitter.com/Dbtl5wgwAS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2021
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के समक्ष विरोध दर्ज कराने जा रहे किसानों पर दर्ज मामलों के विरोध में आज हिसार में धरना प्रदर्शन किया गया। किसान नेता राकेश टिकैत खुद किसानों की अगुवाई करने हिसार पहुंचे। इसी बीच खबर है कि उगलान गांव के एक किसान की हार्टअटैक से मौत हो गई। शहीद होने वाले किसान की पहचान रामचंद्र खरब के रूप में हुई है। बताया जाता है कि प्रदर्शन के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मौत हो गई।
दरअसल, 16 मई को सीएम खट्टर हिसार में कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने आए थे। तभी किसान उनसे मिलने के लिए हिसार की तरफ जाने लगे। उसी दौरान पुलिस से उनका झड़प हुई जो बाद में बड़े बवाल में तब्दील हो गई। पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
मामले ने तब तूल पकड़ा जब हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अज्ञात 350 किसानों के ख़िलाफ ड्यूटी पर तैनात कर्मियों पर कथित तौर पर हमला करने को लेकर मामला दर्ज किया। इसके विरोध में आज प्रदर्शन रखा गया था। उन्हें नियंत्रण में रखने के लिए सरकार ने लगभग 3 हजार रेपिड एक्शन फोर्स के जवानों को हिसार में पहले ही तैनात कर दिया था। किसान संगठनों ने कहा था कि वो सोमवार को हिसार पुलिस कमिश्नर ऑफिस का घेराव करेंगे।