मौसम के कहर से उत्तर भारत सहमा हुआ है। मंगलवार (आठ मई) को देश के कई हिस्सों में बारिश हुई। तेज हवाएं चलीं, जबकि कुछ जगह बर्फबारी-ओलावृष्टि ने जीवन अस्त-व्यस्त किया। देश की राजधानी दिल्ली को लेकर भी चेतावनी और अलर्ट जारी किए गए। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में तूफान का खतरा टल गया है। मगर तेज बारिश की संभावना अभी भी बनी हुई है। चंडीगढ़ और शिमला में दोपहर को मूसलाधार बारिश शुरू हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली और उससे सटे इलाकों में दो-तीन बार आंधी आ सकती है। यहां बारिश की संभावना भी रहेगी। ऐसे में दिल्ली पुलिस और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने इसके लिए तैयारियां की हैं। तेज हवाओं को ध्यान में रखते हुए मेट्रो रेल की रफ्तार धीमी कर दी जाएगी।
उधर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी मौसम ने अचानक करवट ली थी। भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ यात्रा रुक गई। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भी इस दौरान धाम आए हुए थे। मौसम बिगड़ने से वह भी यहां फंस गए। रावत का हेलीकॉप्टर बारिश और बर्फ के बीच उड़ान नहीं भर सका।
वहीं, हिमाचल के केलॉन्ग स्थित लाहौल स्पिति इलाके में भी आज सुबह बर्फबारी हुई, जिसके बाद यहां चारों ओर बर्फ की सफेद चादर नजर आ रही थी। हिमाचल में अगले एक दिन में बारिश और बर्फ गिरने का अनुमान लगाया गया। शिमला में तापमान पांच डिग्री पहुंच गया।
इंडियन मीट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (आईएमडी) के मुताबिक, दिल्ली में दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे के बीच मौसम करवट लेगा। तेज हवाएं चलेंगी। बारिश भी होगी। दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में आज इसी कारण शैक्षणिक संस्थाओं में छुट्टी रखी गई है। गाजियाबाद, नोएडा और मुजफ्फरनगर कई स्कूल बंद हैं।
क्या होता है थंडरस्ट्रॉम?: मौसम विभाग के डीजी ने थंडरस्ट्रॉम और साइक्लोन के बीच का फर्क बताया। उन्होंने कहा, “थंडरस्ट्रॉम में तेज हवाएं और गर्जना के साथ बारिश होती है। साइक्लोन (चक्रवात) को आम भाषा में तूफान कहते हैं। यह बंगाल की खाड़ी में पनपता है। वहीं, धूल और मिट्टी के साथ चलने वाली तेज हवा को आंधी कहा जाता है।”


राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर के कई इलाकों में धूल भरी तेज आंधी शुरू हो गई है। ऐहतियात के तौर पर कई इलाकों की बिजली काट दी गई है। वहीं कुछ इलाकों में बिजली के तार टूटने की खबर भी मिल रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मंगलवार को देर रात कर ये आंधी और बारिश जारी रहेगी।
मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली-NCR में मंगलवार की रात भारी बारिश हो सकती है और तूफान आ सकता है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली-NCR ही नहीं आसपास के राज्यों के लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले दो घंटों में दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में भयंकर तूफान आने वाला है। साथ ही हरियाणा के जिंद, करनाल, कुरुक्षेत्र और हिसार में भी भारी तूफान का अनुमान लगाया गया है। आने वाले दो घंटे इन क्षेत्रों के लिए भारी पड़ सकते हैं।
उत्तराखंड में नहीं छंट रहे हैं काले बादल। पिछले 24 घंटों से ज्यादा समय से वहां मूसलाधार बारिश हो रही है। आने वाले 48 घंटे उत्तराखंड के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
दिल्ली के शेख सराय इलाक़े में सरकारी पार्किंग में खड़े तीन एंबुलेंस में भयानक आग लग गई। हादसे में एंबुलेंस में सो रहे तीन में से दो लोगों की मौत हो गई। एक की हालत गंभीर है। चश्मदीद एंबुलेंस ड्राइवर के मुताबिक़ मच्छर से बचने के लिए एंबुलेंस में मच्छर मारने वाला क्वायल जला रखा था। तेज़ हवा की वजह से क्वायल ने एंबुलेंस में आग पकड़ ली। हवा की लपटें इतनी तेज़ थीं कि आग आसपास के दो एंबुलेंस तक पहुंच गई।
हिमाचल प्रदेश के शिमला औऱ धर्मशाला में मूसलाधार बारिश हो रही है। शिमला समेत प्रदेश के कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई है। राज्य के मौसम विभाग का कहना है कि एहतियात के जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि हुई। ऐसे में यहां की सड़कों पर सफेद रंग की बर्फ की चादर छा गई। मॉल रोड पर इसी कारण एंबुलेंस की आवागमन प्रभावित हुआ। वहीं, रिज मैदान भी पूरा बर्फ से ढंका नजर आया।
विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम का करवट लेना सामान्य है। सोलर हीटिंग और हवा में अधिक नमी के कारण यह हालत पैदा हो रही है। ऐसे में सोशल मीडिया साइट्स पर आंधी-तूफान को लेकर फैल रही अफवाहों पर यकीन न करें।
मौसम विभाग के अनुसार मध्य भारत में हल्का-फुल्का परिवर्तन देखने को मिलेगा। झारखंड, ओडिशा और बंगाल में गर्जना होगी। वहीं, नेपाल में कल बारिश होगी।
मौसम विभाग के डीजी ने आगे बताया, "खुले इलाके से निकल कर सुरक्षित स्थान पर जाएं। तेज हवा, बिजली और तूफान एक जगह पर करीब 40 मिनट तक रहता है, जिसके बाद यह दूसरी जगह चला जाता है। आंधी-तूफान आने से पहले की स्थिति का अंदाजा लग जाता है। ऐसे में आप जरूरी सावधानी बरतें।"
केजे रमेश ने बीबीसी को बताया, "35 किमी से ऊपर चलने वाली हवा से कच्चे मकानों को नुकसान हो सकता है। मकान की छत का हिस्सा उड़ सकता है। 50 से 70 के बीच में हवा होगी तो पोल, पेड़ और होर्डिंग उड़ सकते हैं। 90 किमी प्रति घंटे के ऊपर हवा होगी तो स्किवल (घुमावदार तेज हवाएं) चलेंगी।"
मौसम विभाग के डीजी के अनुसार, कल से दिल्ली में मौसम सामान्य हो जाएगा। लेकिन पहाड़ी इलाकों में तूफान और आंधी की आशंका कल के बाद भी बनी रहेगी। पश्चिमी यूपी, बिहार, पूर्वोत्तर और पश्चिम बंगाल में दो दिन के बाद इसकी संभावना है।
मौसम विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि गड़बड़ मौसम की अपडेट पर घबारने की जरूरत नहीं है। आज दोपहर से शाम सात बजे के बीच घर से निकलना असुरक्षित नहीं है। यह हालात पर निर्भर करेगा। दिल्ली-एनसीआर में कल के रात के मुकाबले आज धीमी हवा चलेगी। 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से। गर्जना भी होगी।
आईएमडी के महानिदेशक ने कहा है कि उत्तराखंड और हिमाचल सरीखे राज्यों में अगले 24 घंटों में बिजली कड़केगी। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के उत्तरी हिस्से में भी कल के मुकाबले हल्की बारिश होगी।
दिल्ली-एनसीआर में तूफान का खतरा टल गया है। हालांकि, तेज बारिश की संभावना अभी बनी हुई है। राजधानी में इसी के साथ 50-60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। हवाओं की गति 70 किमी प्रति घंटा भी हो सकती है। यह दावा मंगलवार दोपहर को मौसम विभाग की ओर से किया गया है।
मौसम विभाग ने पश्चिमी और पूर्वी यूपी में आने वाले 48 घंटे चुनौतीपूर्ण बताए हैं। यहां भी आंधी-तूफान आने का अनुमान लगाया गया है। ऐसे में आगरा में खासतौर पर अलर्ट जारी किया गया है। चूंकि दो मई को आए तूफान में यहां करीब 50 लोगों की जान चली गई थी।
बद्रीनाथ में आज सुबह बर्फबारी हुई। हेमकुंड में भी हल्की बर्फ गिरी है, जबकि बद्रीनाथ यात्रा जारी है।
राजस्थान के जयपुर में भी आज सुबह तेज हवाएं चलीं, जबकि बीकानेर और आसपास के इलाकों में बीती रात अंधड़ आया था। मौसम विभाग ने आज राज्य के 33 जिलों में से 26 में अंधड़, बिजली कड़कने और हल्की-फुल्की बारिश होने का अनुमान लगाया है।
दिल्ली-एनसीआर में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। अगर ये रफ्तार 70 किमी या उससे अधिक होगी, तो मेट्रो की रफ्तार एलिवेटेड सेक्शन में घटा दी जाएगी।