फिल्म डायरेक्टर लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर पर देशभर में छिड़े विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक समारोह में कहा कि सब कुछ मां की चेतना से ही व्याप्त है। मां काली का आशीर्वाद हमेशा देश के साथ है। इस मुद्दे पर न्यूज़ चैनल आजतक पर एक टीवी डिबेट के दौरान TMC प्रवक्ता मानव जायसवाल महंत राजू दास पर भड़क गए और कहा कि ये सनातनी ही नहीं हैं।
महंत राजू ने अपनी सफाई में कहा, “मैंने कहा था कि देश में क्या चल रहा है। लोग सर तन से जुदा कर देने की बात कर रहे हैं, पर हम उस भाव के नहीं हैं। हम सनातन धर्मी हैं। सनातन धर्म कभी इसको बढ़ावा नहीं देता और न मैं इसे बढ़ावा देने वाला हूं।” उन्होंने कहा, “लेकिन आप क्या करना चाह रही हो? क्या आप अपना सर तन से जुदा करवाना चाहती हो? लोगों को ऐसा करने के लिए उकसाना चाहती हो?” महंत की बात का जवाब देते हुए टीएमसी प्रवक्ता मानव जायसवाल ने कहा, “ये सनातनी हैं ही नहीं, ऐसे लोगों पर एफ़आईआर होनी चाहिए।
सर तन से जुदा वाले बयानों का समर्थन नहीं: अपने बयानों से धार्मिक सद्भावना बिगाड़ने के आरोपों पर हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कहा, “हम सनातन धर्म को मानने वाले हैं, हम कभी भी सर तन से जुदा वाले बयानों का समर्थन नहीं करते। आप डेनमार्क के कार्टून पर हुई लोगों की हत्या को देखिये, 9 पत्रकार मारे जाते हैं, क्या उस विषय पर कोई कुछ बोला?”
महंत राजू दास ने कहा, “देवी काली की पूजा बंगाल के हर गली-मोहल्ले में होती है। ऐसे में मैं यह जानना चाहता हूं कि जब नूपुर शर्मा का बयान आया था तब एक टीवी डिबेट के दौरान कोई भगवान शिव के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहा था। उस पर जो नूपुर शर्मा ने कहा तो पूरे देश में बवाल मच गया।”
क्या हिंदू भी सड़क पर आ जाएं: उन्होंने आगे कहा, “वहीं, जब लीना मणिमेकलई ने मां काली और भगवान शिव पार्वती को सिगरेट के साथ दिखाया और माफी मांगने से भी इनकार कर दिया, उस पर टीएमसी सांसद ने ऐसी भाव और भाषा का प्रयोग किया जो मैं कहना भी नहीं चाहता।” महंत राजू दास ने कहा कि क्या आप चाहती हैं कि हिंदू धर्म के लोग भी सड़क पर आ जाएं? सनातन संस्कृति भी ऐसी हो जाए?