Air India Crash: एअर इंडिया के क्रैश हुए विमान को लेकर जब से शुरुआती रिपोर्ट सामने आई है, हर कोई हैरान है। चर्चा तेज हो चुकी है कि आखिर किसकी गलती की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ। पायलट बॉडी ने तो पहले ही इस बात पर आपत्ति जता दी है कि अभी से ही आधी-अधूरी जांच के बाद पायलटों को दोषी बताया जा रहा है। अब इस बीच एअर इंडिया के सीईओ Campbell Wison ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

एअर इंडिया सीईओ ने क्या कहा?

AAIB की रिपोर्ट को लेकर उन्होंने अपने कर्मचारियों को लेकर मेल लिखा है। उसमें वे कहते हैं कि शुरुआती जांच रिपोर्ट में एयरक्राफ्ट में किसी भी तरह का मेक्निकल या फिर मैंटेनेंस का इशू नहीं देखा गया है, मैंटेनेंस वाले सभी काम पूरे किए गए थे। फ्यूल क्वालिटी में भी कोई दिक्कत सामने नहीं आई है, टेक ऑफ रोल भी ठीक है। पायलट्स ने भी pre-flight breathalyser पास किया था, उनके मेडिकल स्टेटस को लेकर कोई सवाल नहीं है। ऐसे में सभी से अपील है कि किसी भी तरह का निष्कर्ष अभी ना निकालें।

AAIB की शुरुआती रिपोर्ट क्या कहती है?

अब जानकारी के लिए बता दें कि AAIB की शुरुआती रिपोर्ट को लेकर विवाद छिड़ चुका है। उस रिपोर्ट में फ्यूल कंट्रोल स्विच को लेकर अहम बातें पता चलीं। असल में AAIB की शुरुआती रिपोर्ट तो कहती है कि विमान ने उड़ान भरते ही 180 नॉट्स की रफ्तार पकड़ ली थी। लेकिन फिर एक सेकेंड के अंदर में ही फ्यूल कंट्रोल स्विच रन मोड से कट मोड पर चला गया था। ऐसा होते ही इंजन को ईंधन मिलना बंद हो गया, थ्रस्ट गायब हो गया और विमान स्पीड से नीचे गिरने लगा। पायलटों में बातचीत हुई और तुरंत फिर फ्यूल स्विच को रन मोड लाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। विमान सिर्फ 650 फीट की ऊंचाई तक पहुंच पाया और वो क्रैश कर गया।

क्यों क्रैश हुआ एअर इंडिया का विमान?

क्या होता है फ्यूल कंट्रोल स्विच?

बिल्कुल ही आसान शब्दों में कहें तो जब इंजन में जो ईंधन की सप्लाई होती है, उसे रेगुलेट करने का काम ये फ्यूल कंट्रोल स्विच करता है। एक विमान में क्योंकि दो इंजन होते हैं, ऐसे में फ्यूल कंट्रोल स्विच भी दो ही रहते हैं। किसी भी विमान में पायलट इन स्विच का इस्तेमाल स्टार्ट या फिर शटडाउन के दौरान करता है। इमरजेंसी स्थिति में तो इंजन बंद और फिर तुरंत शुरू करने के लिए भी इसी स्विच का इस्तेमाल होता है।

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