लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप शुक्रवार को जब पटना के गांधी मैदान में मंत्री पद की शपथ लेने पहुंचे तो थोड़े घबराए हुए दिखे। वह शपथ लेते हुए अपेक्षित की जगह उपेक्षित बोल गए। इस गलती की वजह से राज्‍यपाल रामनाथ गोविंद ने उन्‍हें फिर से पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। (सरकार बनते ही मुसीबत में घिरे नीतीश)

लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप के बारे में कहा जाता है कि वह राजनीति में अपने छोटे भाई तेजस्‍वी के जितने माहिर नहीं हैं। चुनाव प्रचार के दौरान भी लालू यादव कई बार उन्‍हें रैली को संबोधित करने का तरीका सिखाते देखे गए थे। इसके अलावा चुनाव के दौरान दोनों भाइयों में कौन बड़ा है और कौन छोटा, इसे लेकर भी विवाद हो गया था। तेज प्रताप के नामांकन पत्र में उनकी उम्र 25 और तेजस्वी की उम्र 26 साल बताई गई थी। तेजस्वी यादव ने शनिवार राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन का पर्चा दाखिल किया था।

पत्र में दिए गए हलफनामे में तेज प्रताप की उम्र 25 वर्ष अंकित थी, जबकि उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव की उम्र 26 वर्ष अंकित थी। इसी बात को लेकर विवाद हो गया था। बहरहाल, अब तो तेज प्रताप ने मंत्री पद की शपथ ले ली है, देखना रोचक होगा कि वह कितनी जल्‍दी राजनीति के तौर-तरीकों को सीख पाते हैं।

तेजस्‍वी के क्रिकेट करियर का लेखा-जोखा। फोटो क्रेडिट- ईएसपीएन

कॉलेज में फेल हो गए थे तेज प्रताप 

बिहार की महुआ सीट से चुनाव जीतने वाले तेज प्रताप  आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे हैं। अपने नामांकन के साथ दिए गए शपथपत्र में तेज ने खुद को 12वीं पास बताया है। तेज पटना विश्वविद्यालय के बीएन कॉलेज में राजनीति शास्त्र से स्नातक (ऑनर्स) प्रथम वर्ष के छात्र थे। इसी साल हुई परीक्षा में उन्हें ऑनर्स के पहले पेपर में 39 दूसरे में 37 नंबर मिले थे। पास होने के लिए कम से कम 45 अंक की जरूरत थी। यूनिवर्सिटी ने तेज प्रताप समेत सभी फेल परीक्षार्थियों को दूसरे वर्ष में प्रमोट कर दिया था। साथ ही यह शर्त भी लगा दी कि उन्हें पार्ट टू की परीक्षा के साथ पार्ट फर्स्ट की परीक्षा भी पास करनी होगी। उस समय बीएन कॉलेज के राजनीति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एन. नुरूल होदा ने बताया था कि तेज क्लास में कम ही आते थे। वह बीबीए के एन्ट्रेंस टेस्ट में फेल हो गए थे।

चुनाव में आरजेडी का वॉररूम किया लीड

बिहार चुनाव में लालू प्रसाद यादव के वॉररूम को तेजप्रताप ने लीड किया था। उनकी टीम में करीब 50 लोग शामिल थे, जो कि फेसबुक, टि्वटर समेत सोशल मीडिया के सभी प्‍लेटफॉर्म्‍स पर निगाह रखने के साथ ही तेज प्रताप को अपडेट भी करती थी।

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