Air India Flight Crash: अहमदाबाद विमान हादसे की कड़वी यादें लोगों के मन में लंबे वक्त तक रहेंगी लेकिन इस दुर्घटना को लेकर तमाम जांच होने के बाद भी इस सवाल का जवाब नहीं मिल पा रहा है कि हादसा किस वजह से हुआ? आखिर 270 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है? इस बारे में हाल ही में Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की रिपोर्ट भी आई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि विमान के दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच का ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ में बदल जाना इसकी वजह है।

हादसे की जांच कर रहे एक अफसर ने The Indian Express को बताया, ‘हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या टेक-ऑफ के कुछ सेकेंड बाद फ्यूल कंट्रोल स्विच अपने आप कट-ऑफ मोड में चले गए थे।’

जांच टीम अब विमान की उन इलेक्ट्रिकल और सॉफ्टवेयर गड़बड़ियों पर ध्यान दे रही है जिनका पता उड़ान से पहले चला था। बता दें कि एअर इंडिया का Boeing 787-8 विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। यह विमान हादसा 12 जून को हुआ था और इसमें 270 लोगों की मौत हुई थी।

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‘Stabilizer Position Transducer Defect’ को लेकर शिकायत

जांच में एक बड़ी बात यह पता चली है कि फ्लाइट के उड़ने से कुछ घंटे पहले ही जब विमान दिल्ली से अहमदाबाद आया था तो इसमें पायलट ने तकनीकी लॉग में ‘Stabilizer Position Transducer Defect’ के बारे में गड़बड़ी की ओर ध्यान दिलाया था।

Stabilizer Position Transducer एक सेंसर होता है जो जो विमान की पिच को कंट्रोल करता है और सभी डाटा को इलेक्ट्रिक सिग्नल के जरिए फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम में ट्रांसमिट करता है। एक अधिकारी ने बताया कि इस गड़बड़ी की पता चला था और इंजीनियर ने इसे ठीक भी कर दिया था। अफसर ने कहा इसे बड़ी खराबी माना जाता है क्योंकि इससे फ्लाइट कंट्रोल में गड़बड़ी हो सकती है। इसमें फ्यूल कट ऑफ सिग्नल भी शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि यह इस हादसे की सीधी वजह नहीं हो सकती लेकिन सवाल यह है कि क्या इसकी वजह से कई सेंसर फेल हो गए?

जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक, इस एयरक्राफ्ट में पहले भी दो बार बड़ी गड़बड़ियों के मामले सामने आए थे। ऐसा एक मामला दिसंबर 2024 में आया था जबकि 2015 में इस विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। तब विमान के Cabin Air Compressor (CAC) में खराबी आ गई थी।

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पायलट के बीच की बातचीत

एक्सपर्ट्स का मानना है कि विमान के फ्यूल कंट्रोल स्विच की पोजिशन अपने आप या किसी गलती से भी इतनी आसानी से नहीं बदल सकती। विमान के कॉकपिट के वॉइस रिकॉर्डर से पता चला है कि एक पायलट दूसरे से पूछता है कि उसने इन्हें “CUTOFF” क्यों कहा किया तो दूसरा पायलट जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया।

एक अधिकारी ने बताया, ‘AI-171 विमान के पायलटों ने नियमों के हिसाब से ही टेक-ऑफ की प्रक्रिया की, योक खींचा विमान Vr स्पीड पर पहुंचा और सेंसर ‘एयर’ मोड में शिफ्ट हो गए… इसके बाद क्या किसी इलेक्ट्रिक गड़बड़ी या सॉफ्टवेयर बग की वजह से सेंसर ने ऐसी कमांड भेजी जिससे कुछ ही सेकेंड में इंजन फेल हो गए और फ्यूल कंट्रोल स्विच कट-ऑफ मोड में चले गए।’

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पायलटों की मेडिकल रिपोर्ट सही आई

जांच अधिकारी के मुताबिक, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर से पता चलता है कि सिस्टम और सेंसर ने क्या काम किया। जांच में पता चला है कि पायलटों ने फ्यूल स्विच को वापस रन मोड में लाने की कोशिश की, ताकि इंजन दोबारा चालू हो सकें और विमान को थ्रस्ट मिले लेकिन क्योंकि विमान जरूरी ऊंचाई पर नहीं था इसलिए उनकी कोशिश कामयाब नहीं हुई। पायलटों की मेडिकल रिपोर्ट में किसी तरह की चिंता वाली बात नहीं मिली है।

The Indian Express ने बताया था कि अगर एअर इंडिया का यह विमान 3,600 से 4,900 फीट की ऊंचाई तक पहुंच जाता तो यह सेफ इमरजेंसी लैंडिंग कर सकता था क्योंकि इसे RAT (Ram Air Turbine) से पावर मिल जाती लेकिन यह केवल 625 फीट की ऊंचाई तक पहुंच पाया था।

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