उत्तर प्रदेश के बरेली में ज्ञानवापी आदेश के खिलाफ तौकीर रजा के विरोध प्रदर्शन ने सियासत को गरमा दिया है। लोगों के भारी हुजूम के बीच ना सिर्फ तौकीर रजा ने सियासी गिरफ्तारी दी, बल्कि बाद में उन्हें तुरंत जमानत भी मिल गई। बताया जा रहा है कि जिस समय तौकीर रजा मौके पर पहुंचे, उनके समर्थकों की भारी भीड़ ने उन्हें घेर लिया। लगातार सरकार विरोधी नारे लगाए गए और ज्ञानवापी आदेश के खिलाफ आवाज बुलंद की गई।
अभी के लिए तौकीर के समर्थक बेकाबू दिख रहे हैं, उनकी तरफ से पुलिस बैरिकेड को तोड़ दिया गया है और जबरदस्ती आगे तक मार्च करने की कोशिश है। जमीन पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, ऐसे में पुलिस भी पूरी मुस्तैदी के साथ इससे निपटने की कोशिश कर रही है। वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब तौकीर रजा की वजह से तनाव बढ़ा हुआ है। समय-समय पर उनकी तरफ से ऐसे बयान दिए जाते हैं जिस वजह से बवाल शुरू हो जाता है।
हल्द्वानी हिंसा को लेकर ही उन्होंने कह दिया था कि तुम हमारे घर पर बुलडोजर चलाओगे तो क्या हम चुप बैठेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने अगर संज्ञान नहीं लिया तो हम खुज अपनी हिफाजत करेंगे। ऐसे बयानों की वजह से ही तौकीर रजा कई मौकों पर विवादों में आ चुके हैं।
वैसे हल्द्वानी घटना की बात करें तो अवैध मदरसे को हटाने गई पुलिस की एक टीम पर पथराव कर दिया गया था। पथराव के साथ कई वाहनों को फूंकने का काम भी हुआ। इस वजह से बड़े स्तर पर हिंसा भड़क गई और कुल पांच लोगों ने अपनी जान गंवाई। उस हिंसा की वजह से हल्द्वानी में अभी कर्फ्यू लगा हुआ है, स्कूल बंद कर दिए गए हैं और इंटरनेट भी सस्पेंड चल रहा है।