तस्लीमा नसरीन ने एक अंग्रेजी वेबसाइट पर लिखा अपना आर्टिकल शेयर करते हुए सवाल उठाया-पवित्र काबा में महिलाओं का यौन उत्पीड़न क्यों? उन्होंने कहा कि अगर काबा एक पवित्र स्थल है तो फिर वहां महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न की घटनााएं क्यों होती हैं।अपने लेख में तस्लीमा नसरीन ने पाकिस्तान की शबीका खान सहित कई महिलाओं की आपबीती का जिक्र किया था। इन महिलाओं ने सोशल मीडिया के जरिए काबा के दौरे के दौरान अपने साथ यौन उत्पीड़न की घटनाओं को बयां किया था।

बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की धमकियों के बाद भारत में रह रही लेखिका तस्लीमा नसरीन ने जैसे ही ट्वीट के जरिए यह सवाल उछाला तो ट्रोल्स ने उन्हें धर्म विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बात कहकर घेर लिया। हालांकि तमाम लोगों ने तस्लीमा नसरीन के सवाल को जायज ठहराते हुए समर्थन किया।गजी शाह ने लिखा-अपना विचार रखना बंद करो, क्या आप कभी वहां गई हो। आपको आगरा में इलाज की जरूरत है। गाली देना हमारी संस्कृति नहीं हैं।

तस्लीमा नसरीन के इस ट्वीट पर ट्रोल्स भड़क उठे

मगर आप का उत्तेजक बयान हमें भड़का रहा है। कृपया शांत रहकर खुद को स्वस्थ रखिए। एहसान अली ने लिखा-स्थान महत्व नहीं रखता, महत्व तो उस स्थान के लोग रखते हैं। सवाल यह है कि उनके इरादे क्या हैं। आपकी परिभाषा के मुताबिक दुनिया में कोई स्थान नहीं है, जहां महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएं न होती हों, यहां तक घर में भी। अल्ट्रा इंस्टिंक्ट ट्विटर हैंडल ने लिखा-यह पवित्र स्थान है, मगर जो लोग जाते हैं, वे सब पवित्र नहीं हैं। विकास सिंह ने पूछा-क्या समाचार सही है। बिपिन शर्मा ने पूछा-क्या आपने कभी इस्लामिक पवित्र स्थल काबा का दौरा किया है।

तस्लीमा के ट्वीट पर ट्रोल्स की प्रतिक्रियाएं

 

तस्लीमा नसरीन के ट्वीट पर कुछ यूं आईं प्रतिक्रियाएं