स्वाति मालीवाल मामले में बिभव कुमार की मुश्किलें अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। तीस हजारी कोर्ट में मंगलवार को जबरदस्त ड्रामा देखने को मिला जब बिभव कुमार के वकील ने आरोप लगा दिया कि उन्होंने पब्लिक प्रासीक्यूटर जज के चेंबर में बैठे हुए देखा। दावा किया गया कि बिभव कुमार को कस्टडी में भेजने से पहले पब्लिक प्रासीक्यूटर को जज के साथ उनके चेंबर में बैठा देखा गया। इस बात से सुनवाई के दौरान जज खासा नाराज हो गए और उन्होंने दो टूक बोल दिया कि आप कोर्ट पर सवाल उठा रहे हैं।

ऐसा क्या आरोप लगा दिया है?

असल में बिभव कुमार के वकील रजत भारद्वाज ने सुनवाई के दौरान कहा कि हम आपके सामने कुछ बताना चाहते हैं। जो पब्लिक प्रासीक्यूटर था, वो आपके चेंबर में बैठा हुआ था, मेरे स्टेटमेंट को प्लीज रिकॉर्ड किया जाए क्योंकि समझने वाली बात ये है कि बिभव के खिलाफ जो आदेश दिया गया, वो उस मुलाकात के बाद ही दिया गया। ये हमारे साथ न्याय नहीं है। इन आरोपों पर मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गौरव गोयल ने कहा कि ये मेरा आदेश है, मैं प्रोनाउंस करूंगा, आराम से, आप समझ रहे हैं ना कि आप कोर्ट के खिलाफ उंगली उठा रहे हैं।

पुलिस ने कोर्ट को क्या बताया?

जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली पुलिस बिभव कुमार की 5 दिन की कस्टडी चाहती थी। पुलिस का दावा है कि फोरेंसिक टीम को एक ऐसी सीसीटीवी फुटेज मिली है जो घटनास्थल की है और उस सीसीटीवी फुटेज में बिभव कुमार को देखा जा सकता है। इस बात का भी जिक्र किया गया है कि बिभव कुमार के पास कुल दो फोन थे जब वे होटल रूम के अंदर गए। लेकिन जब वे बाहर निकले उनके पास सिर्फ एक ही फोन था।

स्वाति के साथ क्या हुआ था?

अभी के लिए कोर्ट ने पुलिस से बिभव के खिलाफ किसी भी तरह के टॉर्चर न करने की बात कही है। स्वाति मालीवाल मामले की बात करें तो 13 मई की रात को ऐसा कहा गया है कि पूर्व दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के साथ कथित मारपीट हुई है। सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार द्वारा ही ये सब किया गया। स्वाति मालीवाल का जो मेडिकल हुआ है, उसमें भी चोटों की पुष्टि हो चुकी है।

आम आदमी पार्टी का स्टैंड क्या है?

अभी के लिए स्वाति मालीवाल इस लड़ाई को अकेले लड़ने का काम कर रही हैं। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी से कोई भी उनका समर्थन नहीं कर रहा है, जो उनके कुछ दोस्त भी हैं, उन्हें भी डराने धमकाने का काम हो रहा है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी है का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी की चुनाव से पहले एक बड़ी साजिश शुरू हो चुकी है।