समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया गया है। उनकी पार्टी का नाम-राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (RSSP) होगा। लोकसभा चुनाव से पहले इसे सपा के लिए एक झटका माना जा रहा है। लंबे वक़्त तक बसपा और बीजेपी के साथ रहने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा जॉइन की थी। लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने एक बार फिर यू-टर्न ले लिया है।
छोड़ा समाजवादी पार्टी का साथ, अखिलेश को होगा नुकसान?
स्वामी प्रसाद मौर्य की यह पार्टी औपचारिकत तौर पर 2013 में साहेब सिंह धनगर के जरिए अलीगढ़ में बनाई गई थी। स्वामी प्रसाद मौर्य ने 13 फरवरी को सपा छोड़ने के बाद नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। पार्टी छोड़ने के बाद स्वामी प्रसाद ने सपा पर भेदभाव का आरोप भी लगाया था। वह 2022 के चुनाव से पहले ही सपा में शामिल हुए थे। सपा ने उन्हें एमएलसी भी बनाया था और राष्ट्रीय महासचिव की ज़िम्मेदारी भी थी। उनके इस्तीफे पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जो बार दल बदल ले उसके बारे में क्या ही कहा जा सकता है।
अखिलेश यादव को लिखे लेटर में स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा, “आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में काम करने का अवसर मिला। लेकिन 12 फरवरी 2024 को हुई वार्ता एवं 13 फरवरी 2024 को भेजे गए पत्र पर किसी भी प्रकार की वार्ता की पहल नहीं करने का परिणाम है कि मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं।” यह लेटर स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था।
शिवपाल सिंह यादव ने क्या कहा?
स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि मौर्य ने यह फैसला क्यों लिया, यह उनकी अंतरात्मा की बात है।