ललित मोदी प्रकरण पर सुषमा स्वराज द्वारा लोकसभा में अपना रुख स्पष्ट करने के एक दिन बाद सोनिया गांधी ने आज उनके दावे को सिरे से खारिज करते हुए उसे ‘नाटक’ करार दिया जबकि राहुल गांधी ने उनपर इस मामले में गुप-चुप तरीके से काम करने का आरोप लगाया जैसा ‘चोरी’ करने में किया जाता है।
कांग्रेस के 25 सांसदों को लोकसभा से निलंबित किये जाने के विरोध में आज लगातार चौथे दिन संसद भवन परिसर में धरना देने के बाद कल निचले सदन में दिये गए सुषमा स्वराज के बयान के बारे में पूछे जाने पर सोनिया ने इसे ‘नाटक’ करार दिया।
इस विषय पर विदेश मंत्री के उनसे किए गए सवाल के जवाब में सोनिया ने कहा, ‘‘सुषमा स्वराज नाटक कर रही हैं, वह नाटक करने में माहिर हैं।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं उस महिला (ललित मोदी की पत्नी) की मदद करने के लिए अपना पूरा प्रयास करती लेकिन कानून तोड़ कर नहीं।’’
सुषमा स्वराज ने कल कहा था कि उन्होंने आईपीएल के पूर्व चेयरमैन की नहीं बल्कि कैंसर से पीड़ित उनकी पत्नी की मदद की थी। इस मामले में विदेश मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही कांग्रेस अध्यक्ष के पाले में गेंद डालते हुए उन्होंने कहा था कि अगर सोनिया गांधी उनकी जगह होतीं तो क्या वह उस महिला को मरने के लिए छोड़ देतीं।’
राहुल ने कहा, ‘‘जब भी चोरी होती है तब चोर छिपकर आते हैं। सुषमाजी ने जो किया वह छिप कर किया। यहां तक कि उनके मंत्रालय को भी यह जानकारी नहीं थी।’’
उन्होंने कहा कि दूसरा ऐसे मामलों में वित्तीय लेनदेन होता है। ‘‘ललित मोदी ने उनके (सुषमा) परिवार, पति और बेटी को पैसा दिया है। कितना पैसा दिया है, वह देश की जनता को बताएं।’’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि उनकी (सुषमा) सलाह के बाद ब्रिटिश सरकार ने ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज देने के संबंध में अपना रुख बदला।
लोकसभा में दिये अपने बयान में सुषमा ने कहा था, ‘‘ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज देने का मैंने ब्रिटिश सरकार से कभी अनुरोध या सिफारिश नहीं की। यह आरोप असत्य, गलत और निराधार हैं।’’
उन्होंने हालांकि, साथ ही माना था, ‘‘मैंने केवल इतना कहा था कि यदि ब्रिटिश सरकार ललित मोदी को यात्रा के दस्तावेज देती है तो इससे हमारे दोनों देशों के रिश्ते खराब नहीं होंगे।’