23 वर्षीय पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के बाद से दिल्ली का छत्रसाल स्टेडियम चर्चा का विषय बना हुआ है। देश को कई दिग्गज पहलवान देने वाला यह स्टेडियम आज विवादों में हैं। यहां 4 मई को पहलवानों के दो गुटों में लड़ाई हुई थी। इस लड़ाई में सागर की मौत हो गई थी। जिसके 18 दिन बाद दिल्ली पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी और ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

यह पहली बार नहीं है जब छत्रसाल स्टेडियम विवादों में आया है। क्राइम रिपोर्टर इंदर वशिष्ठ ने बताया कि यह सिर्फ एक स्टेडियम नहीं है। उन्होने कहा “90 के दशक के मध्य में, दिल्ली पुलिस जबरन वसूली के मामलों में एक माफिया की तलाश में थी। माफिया कई दिनों से फरार था, तभी पता चला कि वह सतपाल के साथ छत्रसाल स्टेडियम में पुरस्कार बांट रहा है। बाहरी दिल्ली क्षेत्र के कई अपराधियों ने स्टेडियम के अंदर शरण ली है। सतपाल और सुशील खिलाड़ी होने के साथ-साथ सरकारी अधिकारी भी हैं। इसलिए उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए।”

लड़ाई वाली रात सागर के साथ होने का दावा करने वाले ट्रेनी रविंदर ने बताया कि अब वे यहां पर अपनी ट्रेनिंग नहीं करेंगे। रविंदर ने कहा “अब मैं यहां नहीं रहुंगा और यहां से सारे संबंध तोड़ दूंगा। अखाड़ा पहलवान के लिए आध्यात्मिक स्थान के समान होता है। सागर की मृत्यु के साथ, छत्रसाल मेरे लिए वह पवित्र स्थान नहीं है। अन्य पहलवान भी हैं जो चले जाएंगे।”

बता दें अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस घटना की जांच अन्य पहलवान भी हैं जो चले जाएंगे। सुशील के साथ उनके सहयोगी अजय को दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार किये गया है। पुलिस ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच कर रही उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस सोमवार तक इसे आधिकारिक रूप से अपराध शाखा इकाई को सौंप देगी।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”हमें मौखिक रूप से बता दिया गया था मामले की आगे की जांच अपराध शाखा की टीम करेगी। यह मामला कल (सोमवार) तक आधिकारिक रूप से हमें सौंप दिया जाएगा।” यह मामला चार मई को छत्रसाल स्टेडियम में हुई घटना से संबंधित है, जिसमें कथित रूप से सुशील कुमार और अन्य पहलवानों के हमले में पहलवान सागर राणा की मौत हो गई थी जबकि उनके दो दोस्त सोनू और अमित कुमार घायल हो गए थे।