भारत में 718 हिम तेंदुए पाए गए हैं। लद्दाख में इनकी संख्या देश में सबसे ज्यादा 477 है। जबकि, जम्मू-कश्मीर में हिम तेंदुए सबसे कम सिर्फ नौ हैं। भारत में पहली बार हिम तेंदुओं की गणना की गई है। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक में रपट पेश की। वर्ष 2019 से 2023 तक आयोजित व्यापक सर्वेक्षण के लिए हिमालयी क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर कैमरा ट्रैप लगाए गए थे।

इस प्रजाति की रेंज अपरिभाषित थी। इनको लेकर पहली बार काम किया गया है। भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्लूआइआइ) हिम तेंदुए की गणना के लिए समन्वय कर रहा है। इस कार्यक्रम में सभी हिम तेंदुआ रेंज वाले राज्यों और दो संरक्षण भागीदारों – मैसूर के नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन, डब्लूडब्लूएफ-इंडिया शामिल हुए।

सर्वे में जुटाए गए आंकड़ों के विश्लेषण के बाद हिम तेंदुओं की संख्या इस प्रकार पाई गई – लद्दाख में 477, उत्तराखंड में 124, हिमाचल प्रदेश में 51, अरुणाचल प्रदेश में 36, सिक्किम में 21 और जम्मू-कश्मीर में नौ। जम्मू और कश्मीर के साथ-साथ लद्दाख ने इस राष्ट्रव्यापी पहल में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें 70 फीसद से अधिक संभावित हिम तेंदुए की रेंज को शामिल किया गया। इस सर्वे से देश में 80 फीसद हिम तेंदुआ रेंज की जानकारी हो गई है।

हिम तेंदुए के संकेतों को दर्ज करने के लिए 13,450 किलोमीटर के क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया। कुल 1,971 स्थानों पर कैमरा ट्रैप तैनात किए गए थे। हिम तेंदुए का निवास 93,392 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में दर्ज किया गया था, जिनकी अनुमानित उपस्थिति 100,841 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में पाई गई है।कुल 241 अद्वितीय हिम तेंदुओं की तस्वीरें खींची गईं। डेटा विश्लेषण के आधार पर हिम तेंदुए की कुल संख्या 718 दर्ज की गई।

केंद्रीय मंत्री यादव द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में बताया गया है कि पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत डब्लूआइआइ में एक समर्पित हिम तेंदुआ प्रकोष्ठ स्थापित करने का प्रस्ताव है। इससे विलुप्त होते जा रहे हिम तेंदुओं की आबादी बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके लिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भी हिम तेंदुआ रेंज में प्रत्येक चार वर्ष में आवधिक जनसंख्या आकलन पर विचार करने का सुधाव दिया गया है। रपट में प्रभावी संरक्षण रणनीतियों के लिए दीर्घकालिक जनसंख्या निगरानी और लगातार क्षेत्र सर्वेक्षण पर जोर दिया गया है।

भारत में 80 फीसद हिम तेंदुआ रेंज की जानकारी हो गई है। हिम तेंदुए के संकेतों को दर्ज करने के लिए 13,450 किमी के क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया।हिम तेंदुए का निवास 93,392 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में दर्ज किया गया था, जिनकी अनुमानित उपस्थिति 100,841 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में पाई गई है।