नीति आयोग (NITI Aayog) के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिनके स्थान पर डॉ. सुमन बेरी (Suman Bery) को नीति आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सुमन बेरी जाने-माने अर्थशास्त्री हैं। कार्मिक मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने राजीव कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। राजीव कुमार को 30 अप्रैल 2022 से कार्यमुक्त किया जाएगा।
राजीव कुमार (Rajeev Kumar) के इस्तीफे के बाद, सुमन बेरी को नीति आयोग का पूर्णकालिक सदस्य और एक मई से वाइस चेयरमैन नियुक्त किया गया है। सुमन बेरी ने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद, भारत के सांख्यिकी आयोग और मौद्रिक नीति पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य के तौर पर भी काम किया है।
विश्व बैंक के लिए भी कर चुके हैं काम
अर्थशास्त्री डॉ. सुमन बेरी वर्ष 2001 से 2011 तक नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं। डॉ. बेरी साल 2012 से 2016 के मध्य तक, द हेग, नीदरलैंड स्थित शेल इंटरनैशनल के मुख्य अर्थशास्त्री थे। वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक विकास पर रॉयल डच शेल के बोर्ड और प्रबंधन को डॉ. सुमन बेरी सलाह भी दे चुके हैं।
सुमन बेरी बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में एक आर्थिक नीति अनुसंधान संस्थान ब्रूगल के गैर-निवासी फेलो हैं। उन्होंने विश्व बैंक के लिए भी काम किया है, यहां उन्होंने करीब 28 सालों तक अपनी सेवाएं दी हैं।
डॉ. सुमन बेरी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अपनी मास्टर डिग्री हासिल की है। साल 2010 में जब बेरी मनमोहन सिंह की प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य थे, तब उन्होंने बढ़ती मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए मौद्रिक नीति को सख्त करने के लिए आरबीआई के लिए लड़ाई लड़ी थी। मार्च 2020 में ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में एक कॉलम में, डॉ. बेरी ने उल्लेख किया था कि दुनिया भर में लगाए जा रहे लॉकडाउन के गहरा आर्थिक प्रभाव होंगे और उन्होंने ‘सुसंगत नीति प्रतिक्रिया’ का आह्वान किया था। बेरी अब नीति आयोग के नए उपाध्यक्ष होंगे।