नवी मुंबई की पनवेल सिटी पुलिस ने हरियाणा के पानीपत से कुख्यात शार्प शूटर सुक्खा कालुया को गिरफ्तार किया है, जो बिश्नोई गैंग का सदस्य है। सुक्खा पर आरोप है कि उसने फिल्म अभिनेता सलमान खान के पनवेल स्थित फार्महाउस की रेकी की थी और उन पर हमले की साजिश रची थी। पुलिस उसे जल्द ही नवी मुंबई लेकर आ रही है, जहां उससे पूछताछ की जाएगी। इससे पहले इस मामले में पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हरियाणा और मुंबई पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में यह गिरफ्तारी संभव हो पाई। सलमान खान की सुरक्षा को लेकर इस मामले में पहले से ही बिश्नोई गैंग के कई सदस्य पुलिस की गिरफ्त में हैं। बिश्नोई ने सुक्खा को सलमान के घर पर हमले की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन कुछ गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद सुक्खा फरार हो गया था।
इस साल अप्रैल में सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास के बाहर बिश्नोई गैंग के सदस्यों ने गोलियां चलाई थीं, जिनमें से दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। यह हमला सलमान की हत्या की साजिश का हिस्सा था, जिसे समय रहते विफल कर दिया गया। अब तक पुलिस इस मामले से जुड़े कई अहम सुराग इकट्ठा कर चुकी है।
बिश्नोई गैंग पर ही बाबा सिद्दीकी की हत्या का भी आरोप है
सुक्खा की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब पुलिस बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच कर रही है। महाराष्ट्र के बड़े नेता और अजित पवार गुट के सदस्य बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को हत्या कर दी गई थी, और इस हत्या की जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग ने ली थी। इस हत्याकांड से जुड़े अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बुधवार, 16 अक्टूबर को बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने अपने पिता की हत्या से संबंधित कुछ अहम जानकारी पुलिस के साथ साझा की। पुलिस अब इस मामले को कई एंगल से जांच रही है ताकि हत्या के पीछे का मास्टरमाइंड बेनकाब किया जा सके।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल हमलावरों के बारे में समझा जा रहा है कि उन्होंने यहां कुर्ला इलाके में किराए के एक मकान में यूट्यूब पर वीडियो देखकर बंदूक और पिस्तौल चलाना सीखा था। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर की रात को निर्मल नगर इलाके में स्थित उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि तीन शूटर उनकी हत्या में शामिल थे। पुलिस अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें दो कथित शूटर हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) तथा उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) के अलावा हरीशकुमार बालकराम निषाद (23) और पुणे निवासी ‘‘सह-साजिशकर्ता’’ प्रवीण लोनकर शामिल हैं।
