दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। आंखों में जलन, सीने में दर्द और सांस लेने की समस्या जैसी दिक्कतों का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। बढ़ते प्रदूषण को लेकर लोग इससे बचने की तरकीब बता रहे हैं। इसी कड़ी में सुदर्शन न्यूज के प्रमुख सुरेश सुरेश चव्हाणके ने कुछ ऐसी तरकीब बताई कि सोशल मीडिया पर वह ट्रोल होने लगे।

लोगों ने उनके ट्वीट पर उनका जमकर मजाक बनाया है। दरअसल चव्हाणके ने ट्वीट करते हुए लिखा,गैस चैंबर बनी दिल्ली को ऑक्सीजन से भर देगी गौमाता..सेव काऊ ट्रस्ट ने बनाया है पंचगव्य धूप, जो प्रदूषण को भगाएगा.. इसे आप ऑनलाइन ऑर्डर दे कर मंगा सकते हैं।उनके इस ट्वीट पर यूजर्स को उन्हें ट्रोल करने का मौका मिल गया।

एक यूजर ने लिखा है, अगर कहीं का प्रदूषण हटाना ही है तो अपने दिमाग का हटाइए, दिल्लीवालों को पता है कि प्रदूषण कैसे मिटाते हैं।एक अन्य यूजर ने लिखा है, अगरबत्ती से धुआं निकलता है, ऑक्सीजन नहीं। यूजर्स यहीं नहीं रुके एक अन्य यूजर ने सुरेश चव्हाणके का मजाक बनाते हुए लिखा- ये pollution अब सीधे इसके दिमाग मे असर कर दिया।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को हवा की गति में मामूली वृद्धि होने से प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आई है लेकिन वायु गुणवत्ता अब भी ‘बेहद गंभीर’ की श्रेणी में बनी हुई है। सुबह चार बज कर 38 मिनट पर दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 438 रहा, वहीं अलीपुर, नरेला और बवाना में एक्यूआई क्रमश: 493, 486 और 472 रहा।

रविवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 494 रहा। यह छह नवंबर 2016 के बाद से सर्वाधिक है। उस वक्त एक्यूआई 497 था।एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक्यूआई फरीदाबाद में 426, नोएडा में 452, गाजियाबाद में 474, ग्रेटर नोएडा में 454 और गुड़गांव में 396 रहा।