अगर आप को भी कोई स्टॉक मार्केट या ट्रेडिंग में पैसा लगाकर अच्छे-खासे रिटर्न का ख्वाब दिखा रहा है तो अलर्ट हो जाइए क्योंकि असम में इन दिनों एक ट्रेडिंग स्कैम के खुलासे को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। यहां पर कुछ ठगों ने बड़े मुनाफे का वादा करके कई निवेशकों से करोड़ों रुपए की ठगी कर ली। निवेशकों को उनके साथ ठगी होने का पता तब चला जब दीपांकर बर्मन नाम का एक ठग, जो खुद को ‘डीबी स्टॉक ब्रोकिंग’ नाम की कंपनी का डायरेक्टर बताता था, वह अपना गुवाहाटी का ऑफिस बंद करके फरार हो गया।
दीपांकर बर्मन, बिशाल फुकन सहित और भी लोग हैं, जो पुलिस के रडार पर हैं। इन्होंने भी लोगों को अच्छा-खासा पैसा कमाने का सपना दिखाकर उनसे लूट की है।
फरार है दीपांकर बर्मन
दीपांकर बर्मन 21 अगस्त को फरार हो गया था और तब से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। उसके झांसे में आकर निवेश करने वाले लोग बेहद परेशान हैं क्योंकि दीपांकर उनकी मेहनत की कमाई लेकर भाग गया है। दीपांकर बर्मन की उम्र सिर्फ 29 साल है।
दीपांकर बर्मन की तलाश के दौरान पुलिस को असम में सक्रिय कई और लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है, जो लोगों को इस बात का सपना दिखाते थे कि वह उन्हें बाजार से अच्छा-खासा मुनाफा दिला देंगे। वह सोशल मीडिया पर अपनी लग्जरी लाइफ़स्टाइल की तस्वीरें दिखाते हुए मुनाफे का दावा करते थे।
असम के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह का कहना है कि असम में अभी तक ऐसे 28 मामले सामने आ चुके हैं और इसमें कुल 59 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामला इस कदर गंभीर है कि इसकी जांच सीआईडी को दे दी गई है।
युवा उम्र के ठग बना रहे लोगों को शिकार
हैरानी की बात यह है कि ट्रेडिंग स्कैम करने वाले ठगों में से कुछ लोग बहुत ही युवा उम्र के हैं और असम के अलग-अलग इलाकों से ठगी का धंधा चला रहे हैं। इनमें से कुछ खुद को फाइनेंशियल इनफ्लुएंसर भी बताते हैं।
दीपांकर बर्मन के झांसे में आकर जिन लोगों ने पैसा निवेश किया था, उन्हें इस साल जुलाई के आखिरी दिनों में उनके साथ ठगी किए जाने का अंदेशा हो गया था। ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि उनका मंथली रिटर्न टाइम पर नहीं आया था। कोलकाता के एक निवेशक का कहना है कि उन्होंने दीपांकर बर्मन की बात पर भरोसा करते हुए बीते साल अक्टूबर में ‘डीबी स्टॉक ब्रोकिंग’ में निवेश किया था। उसकी जान-पहचान वाले कुछ लोगों ने उसे इस बारे में बताया था।
वह बताते हैं कि लोगों को कोरोना के दौरान भी फायदा हुआ था। इससे पहले वह कुछ और जगह पर भी निवेश करते थे लेकिन दीपांकर बर्मन ने उन्हें भरोसा दिलाया कि महीने का 7%, क्वार्टरली 24%, हर 6 महीने में 50 से 54% और साल भर में 100% का रिटर्न मिलेगा।
शुरुआत में कुछ अच्छा फायदा होने के बाद उन्होंने इस साल मार्च में दीपांकर बर्मन की कंपनी में और पैसा लगाया। लेकिन इस साल जुलाई में जब हमारी पेमेंट टाइम पर नहीं आई तो हमने दीपांकर से बात की लेकिन उसने कहा कि जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा।
लेकिन अचानक हमें मीडिया के जरिए पता चला कि वह ऑफिस बंद करके भाग गया है।
पार्टनर को लेकर भी बोला झूठ
दीपांकर बर्मन के भाग जाने की खबरों से परेशान होकर लोगों ने उसके दफ्तर और गुवाहाटी के जलुकबारी में स्थित उसके घर के बाहर प्रदर्शन किया। बर्मन ने उन्हें बताया था कि स्टॉकब्रोकर कंपनी ‘एंजेल वन’ के साथ उसकी साझेदारी थी। लेकिन उन्हें एक और झटका तब लगा जब ‘एंजेल वन’ ने कहा कि ‘डीबी स्टॉक ब्रोकिंग’ का उससे कोई लेना-देना नहीं है।
पुलिस की जांच में पता चला कि ठगी का यह जाल कोई छोटा-मोटा जाल नहीं था। धीरे-धीरे बड़ी संख्या में लोग पुलिस के पास पहुंचे और 30 शिकायतें पुलिस के पास दर्ज कराई गईं।
बिशाल फुकन ने भी लोगों को लगाया चूना
पुलिस ने जब अपनी जांच आगे बढ़ाई तो 22 साल के एक लड़के बिशाल फुकन का भी पता चला। बिशाल खुद को स्टॉक ट्रेडर और इन्वेस्टर बताता था। उसने भी सोशल मीडिया पर अपनी लग्जरी लाइफ़स्टाइल की तस्वीरों को डाला हुआ था और वह लोगों को 30% तक रिटर्न देने का वादा करता था। पुलिस ने को जांच में पता चला कि उसने न सिर्फ असम बल्कि ओड़िशा, छत्तीसगढ़ और केरल तक के लोगों से लगभग 60 करोड़ रुपए ठग लिए हैं।
पुलिस ने ठगी के इन मामलों की जांच में आगे बढ़ते हुए एक कोरियोग्राफर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सुमी बोरा को भी बुलाया है। पूछताछ के दौरान फुकन का कहना है कि वह सुमी को अपनी बहन मानता है और उसने सुमी की शादी में 3 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
इस तरह के बड़े फर्जीवाड़ों की वजह से पुलिस हैरान थी और उसने यह मामला सीआईडी को सौंप दिया। यह मामला राज्य सरकार तक भी पहुंचा है और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि उनकी सरकार ने ईडी और इनकम टैक्स विभाग से संपर्क किया है और अगर जरूरत पड़ती है तो हम सीबीआई से भी इसकी जांच कराएंगे।
खुद को अमीर और कामयाब दिखाते हैं ठग
इस मामले में एक सीनियर पुलिस अफसर कहते हैं कि सोशल मीडिया के जरिए खुद को अमीर दिखाना इस ठगी के धंधे का एक हिस्सा है क्योंकि जब तक ये लोग ऐसा नहीं करेंगे तब तक कोई भी अपना पैसा निवेश नहीं करेगा। आपको लोगों को यह दिखाना होगा कि आप कितने कामयाब शख्स हैं।
ऐसे ही एक और शख्स सपननिल दास ने सोशल मीडिया पर अपनी अमीर इंसान वाली छवि बनाई थी। वह ऐसा दिखाता था कि उसके पास कई लग्जरी गाड़ियां हैं और हाल ही में उसने डुकाटी मोटरबाइक और एक लैंड रोवर डिफेंडर गाड़ी खरीदी है। जब दास को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसने कहा कि वह लोगों को फाइनेंशियल मार्केट के बारे में जानकारी देता है लेकिन जब उसे लगा कि उस पर पुलिस का शिकंजा कर सकता है तो उसने 29 अगस्त को अचानक ही इस पेशे से ‘रिटायरमेंट’ लेने का ऐलान कर दिया।