Bandra Terminus Stampede: मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर रविवार सुबह ट्रेन में चढ़ने की होड़ के दौरान मची भगदड़ में 9 लोग घायल हो गए। यह घटना सुबह 5.56 बजे बांद्रा टर्मिनस के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर घटी। बृहन्मुंबई नगर निगम के अधिकारी ने कहा कि दिवाली से पहले त्योहारी भीड़ की वजह से भगदड़ मच गई।
बांद्रा से गोरखपुर जाने वाली ट्रेन नंबर 22921 स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आई और उसमें चढ़ने के लिए बड़ी संख्या में यात्री प्लेटफॉर्म पर जमा हो गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साप्ताहिक ट्रेन गोरखपुर का समय बदला गया था और उसे सुबह 5:10 बजे रवाना होना था। लेकिन ट्रेन के समय में बदलाव के बाद यह प्लेटफॉर्म पर देरी से पहुंची। सुबह करीब 3 बजे प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ देखी गई और यात्रियों ने ट्रेन के जनरल डिब्बे में चढ़ने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई।
इन लोगों की हुई पहचान
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बांद्रा भाभा अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर रितेश ने पुष्टि की है कि 9 लोगों को इलाज के लिए भर्ती कराया है। जिन लोगों को भर्ती कराया गया है उनमें, शब्बीर अब्दुल रहमान, परमेश्वर सुखदर गुप्ता, रवींद्र हरिहर चुमा, रामसेवक रवींद्र प्रसाद प्रजापति, संजय तिलकराम कांगे, दिव्यांशु योगेन्द्र यादव और मोहम्मद शरीफ शेख का नाम शामिल है। हालांकि, दो मरीजों इंद्रजीत साहनी और नूर मोहम्मद शेख की हालत गंभीर बनी हुई है और कड़ी निगरानी में हैं।
संजय राउत ने मोदी सरकार पर बोला हमला
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बांद्रा टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ मामले पर अब विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर है। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा, ‘जब से मोदी सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और रेल मंत्री को फिर से जिम्मेदारी दी गई है, देश में 25 से अधिक बड़ी रेल दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 100 से अधिक लोगों की जान गई है। आप बुलेट ट्रेन, मेट्रो और हाई-स्पीड ट्रेनों की बात करते हैं और नितिन गडकरी हवा में बसें चलाने की बात करते हैं। लेकिन, जमीन पर सच्चाई क्या है? जिस तरह से यात्री घायल हुए, क्या इसके लिए रेल मंत्री ज़िम्मेदार नहीं हैं?’
महाराष्ट्र में जंगल राज- कांग्रेस नेता राशिद अल्वी
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कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि महाराष्ट्र में ‘जंगल राज’ है। वे कहते हैं कि डबल इंजन की सरकार में सब कुछ ठीक होगा लेकिन, लेकिन महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार है। रेलवे उनके अधीन है, कानून-व्यवस्था उनके अधीन है, इसके बावजूद यात्रियों के साथ ऐसी घटनाएं हो रही हैं। रेलवे और महाराष्ट्र पर कौन भरोसा करेगा? मैं महाराष्ट्र की इस अक्षम सरकार की निंदा करता हूं।