Srisailam Left Bank Canal Tunnel Collapse: तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में Srisailam Left Bank Canal (SLBC) (SLBC) सुरंग के अंदर हालात खराब हो गए हैं। बताना होगा कि सुरंग में शनिवार सुबह से आठ लोग फंसे हुए हैं। इस मामले में The Indian Express ने बचाव दल में शामिल कर्मचारियों से बातचीत की है। बचाव दल का कहना है कि भारी मात्रा में पानी और कीचड़ भरने से रेस्क्यू ऑपरेशन मुश्किल हो गया है।

बचाव कार्य में आ रही चुनौतियां

एनडीआरएफ (NDRF) की 10वीं बटालियन के कमांडेंट प्रसन्ना कुमार ने The Indian Express को बताया कि नौसेना, सेना और अन्य संगठनों के विशेषज्ञों के साथ लंबी बैठक के बाद भी इस समस्या का कोई हल नहीं निकल सका है कि फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के लिए कीचड़ की मोटी दीवार को कैसे पार किया जाए।

प्रसन्ना कुमार ने बताया, ‘नौसेना के कमांडो ने कोशिश की, लेकिन उनके पास ऐसे हालात से निपटने के लिए जरूरी उपकरण नहीं थे। यह कीचड़ एक बड़ा दलदल बन गया है, जिसकी ऊंचाई बढ़कर लगभग 11 फीट हो गई है। सुरंग के अंदर दृश्यता शून्य हो गई है। हमने जांच के लिए स्कोप और सोनार का इस्तेमाल किया, जिससे पता चला कि अंदर मुड़ी हुई धातु, कंक्रीट के टुकड़े और अन्य खतरनाक मलबा मौजूद है।’

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प्रसन्ना कुमार ने आगे बताया, ‘अगर कोई अंदर जाता है, तो उसे गंभीर चोट लग सकती है। एक ‘रैट होल’ वर्कर को भी बुलाया गया लेकिन वह केवल सूखी जगह पर काम कर सकता है। हम कीचड़ और पानी की मोटी दीवार से जूझ रहे हैं। फिलहाल हमारे पास ऐसी कोई तकनीक नहीं है, जिससे हम इस कीचड़ की दीवार को पार करके फंसे हुए लोगों तक पहुंच सकें।’

प्रसन्ना कुमार का कहना है कि अभी तक सुरंग में फंसे लोगों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।

कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा?

बड़ा सवाल यह है कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ। बचाव कार्य में जुटे अधिकारियों के अनुसार, सुरंग में प्राकृतिक चट्टानों के कमजोर होने से अचानक पानी और कीचड़ भरने लगा और सुरंग का लगभग 12-13 फीट हिस्सा इससे भर गया।

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तेलंगाना के सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा, ‘स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण है और तकनीकी विशेषज्ञ इस समस्या का हल निकालने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। ऐसी भारी मशीनरी या उपकरण को लाना मुश्किल हो रहा है, जो कीचड़ को तेजी से हटाने में मदद कर सके।’

अधिकारियों ने बताया कि सुरंग खोदने वाली मशीन से कीचड़ और धातु के टुकड़ों के खतरनाक मलबे को हटाने में कई दिन लग सकते हैं। शनिवार सुबह हुए इस हादसे के बाद से अभी तक सुरंग में फंसे हुए लोगों से संपर्क नहीं हो सका है। ऐसे में इन सभी लोगों को लेकर चिंता बढ़ गई है।

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ये लोग फंसे हुए हैं अंदर

अंदर जो लोग फंसे हुए हैं उनमें गुरहा मनहासन, जम्मू-कश्मीर के सनी सिंह, तरन तारन, पंजाब के गुरप्रीत सिंह- दोनों ही अमेरिकी टनलिंग कंपनी द रॉबिंस कंपनी के इंजीनियर हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मनोज कुमार और श्री निवास- जयप्रकाश एसोसिएट्स के इंजीनियर हैं। झारखंड के निर्माण मजदूर संदीप साहू, जगता जेस, संतोष साहू और अनुज साहू भी अंदर मुश्किल हालात में फंसे हुए हैं।