Indian Railways : मालगाड़ियों (Goods train)  में अनियमित ब्रेक से जूझ रहे भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने गति को और कम करने लिए एक पूरी नई ब्रेकिंग प्रणाली (New Braking System) की तलाश करने का फैसला किया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बुधवार को एक बार फिर स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की।

मालगाड़ी (Goods train) के पटरी से उतरने और बोगी-माउंटेड ब्रेक सिस्टम (BMBS) के मामले पर कि द इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट की थी। रेलवे के अधिकारियों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि रेलवे ने इसका समाधान खोजने के लिए परीक्षण किया है। ब्रेक की आपूर्ति करने वाली जर्मन कंपनी नॉर ब्रेम्स से रेलवे संपर्क में है। हालांकि यह कंपनी भी रेलवे को संतुष्ट करने वाले समाधान नहीं दे पाई है।

कम की जाएगी मालगाड़ियों की स्पीड

रेलवे ने जानकारी दी है कि लोडेड मालगाड़ियों की गति को लगभग 30-40 किमी प्रति घंटे तक कम किया जाएगा। रेलवे बोर्ड के एक सूत्र ने कहा कि खाली गाड़ी को भी धीमी गति से चलाए जाने का आदेश दिया जाएगा। फिलहाल के लिए जर्मन कंपनी को दिए जाने वाले सभी भुगतान यहां तक कि और अन्य परियोजनाओं के लिए भुगतान भी रोक दिए गए हैं। अगस्त में घटनाओं का सामना करते हुए रेलवे ने मालगाड़ियों की गति को नीचे की ओर 50 किमी प्रति घंटे और समतल पटरियों पर 65 किमी प्रति घंटे की गति से कम करने का निर्णय लिया था। अब गति को और कम करने का प्लान बनाया जा रहा है।

न्यू ब्रेकिंग सिस्टम की खोज में रेलवे

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि निर्णय लिया जा रहा है कि हम भविष्य में एक नई ब्रेकिंग प्रणाली के लिए वैश्विक विशेषज्ञता पता लगाएंगे। हम देखेंगे कि हमारे पास जो पहले से है, उससे विश्व स्तर पर सबसे अच्छा और बेहतर क्या है और इसे लेकर हम फैसला करेंगे। उन्होने कहा कि यह अगला कदम है। मौजूदा चिंता इस समस्या का समाधान तलाशने की है। बोगी-माउंटेड ब्रेक सिस्टम (BMBS) का उपयोग केवल मालगाड़ियों में किया जाता है, जिसमें काफी अधिक ब्रेकिंग पावर की आवश्यकता होती है।