भगवान राम आज ना केवल धार्मिक आस्था का केंद्र हैं, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा भी हैं। इसी का नजारा न्यूज चैनल ‘आज तक’ के शो ‘दंगल’ में हुई डिबेट में दिखा।

इसमें बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और सपा प्रवक्ता राजीव राय के बीच जमकर बहस हुई। इस बहस के दौरान सपा प्रवक्ता ने कहा कि जब जनरल डायर ने गोलियां चलवाई थीं तो भाजपा वाले अंग्रेजों की नौकरी कर रहे थे। इस पर बीजेपी प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि तब तो जनसंघ क्या, RSS भी नहीं बना था।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राजीव राय आवेश में आकर गलत बोल गए हैं। जनरल डायर ने गोलियां 13 अप्रैल 1919 में चलवाई थीं, तब जनसंघ तो छोड़िए, संघ भी नहीं बना था। संघ 1925 में बना है। उन्होंने कहा कि आप लोगों की आंख में मोतियाबिंद हो गया है।

सुधांशु ने कहा कि आप तो जनरल डायर से भी ज्यादा जालिम निकल गए क्योंकि आपने कहा कि इतने हिंदू मरवा दिए। इस पर सपा प्रवक्ता ने कहा कि आप बार-बार आजादी की बात मत कीजिए, आपके मुंह से अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने की बातें शोभा नहीं देतीं। राजीव राय ने कहा कि आप जैसे लोगों से हमें सर्टिफिकेट भी नहीं चाहिए।

राजीव राय ने कहा कि आपको तो देश से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि आपने ही आजादी की मांग कर रहे लोगों पर गोली चलवाई थी। उन्होंने कहा कि आप जनरल डायर की बात करेंगे, अंग्रेजों की बात करेंगे, आजादी की बात करेंगे, राष्ट्रवाद की बात करेंगे, लेकिन आपका इतिहास इतना घिनौना है कि कोई अपने बच्चों को पढ़ाना नहीं चाहेगा।

राष्ट्रवाद के मुद्दे पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि जब पंडित नेहरू 1946 में देश के पीएम बने थे, तब देश में संविधान नहीं था और लॉर्ड माउंटबेटन ने उन्हें शपथ दिलाई थी। क्या आप जानते हैं कि वो किसकी शपथ लेकर पीएम बने थे? दरअसल उन्होंने क्राउन की निष्ठा की शपथ ली थी, अंग्रेज सरकार की निष्ठा की शपथ ली थी और आज ऐसे लोग आकर भाषण देते हैं।