प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन किया। बता दें कि मंदिर के भव्य रूप का लोग अब दर्शन कर सकेंगे। वहीं काशी विश्वनाथ धाम को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने कहा कि चुनाव नजदीक देख फीते काटे जा रहे हैं।

जया बच्चन ने कहा, “जैसे-जैसे यूपी का चुनाव आ रहा है वो लाल टोपी से इतने खबराएं हुए हैं कि फीते पर फीते काट रहें और शिलान्यास कर रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर को अच्छी तरह बनने के लिए वहां पर जिनकी छोटी-छोटी दुकानें थी उनको आपने तो वहां से हटा दिया। क्या आपने उन्हें मुआवज़ा दिया?”

उन्होंने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि मुझे नहीं पता कि काशी में यह सब प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से हो रहा है या भाजपा का कार्यक्रम है। लेकिन जो लोग वहां 100 सालों से बैठे हुए थे, उनका रोजगार चला गया, आपने उनके लिए क्या किया? साफ-सफाई के नाम पर आपने छोटी-छोटी दुकानों को हटा दिया, उनको मुआवजा देना होगा।

बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए जमीन देने के अखिलेश के दावे पर जया बच्चन ने कहा कि अखिलेश यादव जो कह रहे हैं वो सच है। इस परियोजना की शुरुआत सपा सरकार में हुई। दरअसल सपा मुखिया लगातार दावा कर रहे हैं कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर यूपी में पूर्व की सपा सरकार के कार्यकाल में पास हुआ था।

अखिलेश दावों पर फैक्ट चेक: अखिलेश यादव के दावों को लेकर भाजपा ने फैक्ट चेक रिपोर्ट जारी किया है। इंफो उत्तर प्रदेश फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी दी गई है कि काशी विश्वनाथ धाम के विकास को लेकर 2012 से 2017 के दौरान कैबिनेट में कोई चर्चा नहीं की गई। पूर्व की सपा सरकार के दौरान श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर प्रस्ताव पास होने का दावा पूर्णतः गलत है। कृपया भ्रामक सूचनाएं सोशल मीडिया पर प्रसारित करने से बचें।” इस फैक्ट चेक में सपा के दावे को ‘फेक’ बताया गया है।

अखिलेश यादव ने लिखा था कि ”काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए सपा सरकार में करोड़ों का आवंटन हुआ। सपा सरकार में कॉरिडोर हेतु भवनों का अधिग्रहण शुरू हुआ। मंदिरकर्मियों के लिए मानदेय तय किया गया।”