समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह यूपी की संभल लोकसभा सीट से सांसद हैं। वह इस बार लोकसभा चुनाव के लिए जारी किए गए सपा उम्मीदवारों की लिस्ट में भी थे। वह मुरादाबाद के अस्पताल में भर्ती थे जहां उनसे मिलने सपा चीफ अखिलेश यादव भी गए थे।

शफीकुर्रहमान बर्क के बारे में

सांसद शफीकुर्रहमान बर्क कई बार अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। उनका जन्म संभल में हुआ था और शुरुआती शिक्षा भी यहीं से हुई थी। वह चार बार विधायक चुने गए और पांच बार सांसद रहे हैं। 1996 में शफीकुर्रहमान बर्क ने पहला चुनाव लड़ा था। वह सबसे ज़्यादा उम्र के सांसद भी थे। लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद वह तब चर्चा में आए जब उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् इस्लाम के खिलाफ है और मुसलमान इसका पालन नहीं कर सकते।

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का बचाव करने और इसकी तुलना भारत के स्वतंत्रता संग्राम से करने के लिए भी उनकी काफी आलोचना हुई थी।

अखिलेश यादव ने जताया दु:ख

शफीकुर्रहमान बर्क लोकसभा चुनाव 2024 में भी संभल से सपा के उम्मीदवार बनाए गए थे। जब वह बीमार हुए तो उनसे मुलाकात करने सपा चीफ अखिलेश यादव अस्पताल पहुंचे थे।

अब उनके निधन की खबर पर अखिलेश यादव ने दुख जताया है और लिखा है,”समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, कई बार के सांसद जनाब शफीकुर्रहमान बर्क साहब का इंतकाल, अत्यंत दु:खद। उनकी आत्मा को शांति दे भगवान। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दु:ख सहने का संबल प्राप्त हो। भावभीनी श्रद्धांजलि।”