समाजवादी पार्टी (सपा) के सीनियर नेता आजम खान शुक्रवार (20 मई, 2022) को जेल से रिहा हुए। वह यूपी की सीतापुर जेल से करीब दो साल बाद बाहर आए। उनके स्वागत के लिए शिवपाल यादव और बेटे अब्दुल्ला खान सीतापुर जेल पहुंचे। फिलहाल समाजवादी पार्टी के बड़े नेता इस मौके पर गायब रहे। बता दें कि आजम खान सीतापुर जेल से सबसे पहले सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के घर पहुंचे। दरअसल अनूप गुप्ता को आजम का बेहद करीबी माना जाता है।
वहीं आजम खान की रिहाई से पहले शुक्रवार की सुबह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव एक ट्वीट में लिखा, “सूबे के आवाम के लिए यह सुखद है कि आजम खान साहब आज उनके चाहने वालों के बीच होंगे। मैं सीतापुर के लिए निकल चुका हूं, उत्तर प्रदेश के क्षितिज पर नया सूरज निकल रहा है। आइए, आजम खान साहब का इस्तकबाल करें।”
गौरतलब है कि आजम खान ने जेल से बाहर आने के बाद मीडिया से बात नहीं की। दरअसल आजम खां को हिदायत दी गई है कि मीडिया किसी भी तरह की बयानबाजी नहीं करेंगे। इसके चलते उनकी कार का शीशा नीचे नहीं हुआ और उन्होंने किसी से भी बात नहीं की।
हालांकि उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ने मीडिया से कहा कि हमें सुप्रीम कोर्ट ने न्याय दिया। गौरतलब है कि वह अपने भाई अदीब आजम के साथ सीतापुर पिता आजम खां को लेने पहुंचे थे।
आजम खान के रिहा होने के दौरान जेल के बार उनके समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा आजम को जमानत देने की खबर पर उनके समर्थकों ने दोहरी ईद की खुशी का दिन बताया था। समर्थकों ने कहा कि यह उनके लिए दोहरी खुशी का मौका है। रिहाई के आदेश पर कहा कि आज हमारे लिए ईद का दिन है।
वहीं मीडिया से बात करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि आजम खान भाई हमारे साथ रहे। मैंने खुद दो बार जेल में उनसे मुलाकात की। हम दोनों बातचीत करते रहे हैं। वो हमारे साथी हैं।
वहीं शिवपाल से जब पूछा गया कि क्या आप आजम खान के साथ रामपुर जाएंगे तो उन्होंने कहा कि अभी हम लखनऊ जाएंगे। हम उन्हें रामपुर छोड़ने नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा आजम खान के साथ जुल्म हुआ है। उन्हें 27 महीने जेल में रखा गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए कहा शिवपाल यादव ने कहा, “सीएम योगी संत हृदय के मुख्यमंत्री हैं, उनसे मेरा यही कहना है कि आगे भी जितने प्रतिनिधि हैं, उनके साथ संत हृदय बनाए रखें।”
दरअसल, आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से एक दिन पहले ही अंतरिम बेल मिली थी। उन पर 89 अलग-अलग मुकदमे थे, जिसकी वजह से उन्हें 27 महीने जेल में रहना पड़ा। 26 फरवरी 2020 को उन्हें अरेस्ट किया गया था। पत्नी और बेटे भी इसी जेल में बंद थे, जिनकी आजम से पहले रिहाई हुई थी।