राजीव गांधी से शादी करने के बाद कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को इटली छोड़कर भारत आना पड़ा था। यूपीए की मौजूदा अध्यक्ष को उस वक्त भाषा को लेकर काफी परेशानी हुई थी। एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में सोनिया गांधी ने बताया कि उनकी सास और भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उनसे घर में हिंदी बोलने के लिए कहती थीं, जिसके बाद उन्होंने भारत की मातृभाषा को सीखने का इरादा बनाया था। सोनिया गांधी ने कहा, ‘दिल्ली के ग्रीन पार्क इलाके में एक बहुत छोटा सा हिंदी संस्थान था। मैंने वहां से कुछ कोर्स किए थे। लेकिन, मुझे हिंदी से ज्यादा अंग्रेजी बोलने की बुरी आदत थी। इसके बावजूद मैंने वहां हिंदी पढ़ना, लिखना और व्याकरण के बारे में सीखा था। उस कोर्स से मुझे सार्वजनिक तौर पर हिंदी बोलने में बहुत मदद मिली थी। मेरे लिए शुरुआत में यह (हिंदी सीखना) बेहद कठिन था, लेकिन धीरे-धीरे मैंने हिंदी सीखी। हिंदी सीखना मेरे लिए बहुत तनावपूर्ण रहा था।’ सोनिया ने बताया कि राजीव ने जब पहली बार इंदिरा गांधी से मिलाया था तो उन्होंने उनसे अंग्रेजी या इतालवी में नहीं, बल्कि फ्रेंच भाषा में बात की थी। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘…उस वक्त मैं कैंब्रिज में पढ़ने आई थी। मैं तब अंग्रेजी बिल्कुल ही नहीं जानती थी। इस भाषा को सीखना शुरू ही किया था। इसके कारण इंदिरा गांधी ने मुझसे फ्रेंच में बात की थी।’
UPA Chairperson Sonia Gandhi learnt Hindi at a small institute in Green Park in Delhi. She discusses some of her personal experiences. Watch this video for more.#LetsConclave18
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…तो इस वजह से राजीव गांधी को राजनीति में नहीं आने देना चाहती थीं सोनिया: कांग्रेस नेता अपने पति और पूर्व पीएम दिवंगत राजीव गांधी के राजनीति में जाने के खिलाफ थीं। यहां तक कि सोनिया ने राजनीति में जाने से उन्हें हतोत्साहित भी किया था। उन्होंने कहा, ‘मेरे और राजीव के पास काफी वक्त रहा करता था। बच्चे भी छोटे-छोटे थे। हमारा एक खुशहाल परिवार था। मुझे लगता था कि यदि राजीव राजनीति में जाएंगे तो यह सब खत्म हो जाएगा। मेरी सास (तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी) की हत्या बाद मैं बिल्कुल नहीं चाहती थी कि वह उस पद को संभालें। हो सकता है मैं उस वक्त थोड़ी स्वार्थी हो गई थी…मुझे नहीं मालूम! मुझे यह भी लगता था कि वे लोग उन्हें (राजीव गांधी) भी मार देंगे, क्योंकि मेरी सास की हत्या के बाद बहुत ज्यादा खतरा पैदा हो गया था। …और में सही साबित हुई…वैसा ही हुआ। मुझे इस बात का पूर्वाभास था।’
