Sonam Wangchuk News: जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने अपने पति की रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सोनम वांगचुक को लद्दाख में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़काने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत 26 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। वांगचुक फिलहाल राजस्थान की सेंट्रल जेल में बंद हैं।

सोनम वांगचुक पर पिछले हफ़्ते लद्दाख में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों को भड़काने का आरोप है। इस हिंसक प्रदर्शन में चार लोगों की मौत हो गई थी। लद्दाख के प्रदर्शनकारी राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग कर रहे हैं।

गीतांजलि अंगमो का कहना है कि सोनम वांगचुक से उनका कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। अधिवक्ता सर्वम रितम खरे के माध्यम से दायर अपनी याचिका में अंगमो ने कार्यकर्ता पर कठोर रासुका लगाने के सरकार के कदम पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार प्रयास करने के बावजूद उन्हें हिरासत आदेश की प्रति नहीं मिली है, जिसे उन्होंने स्थापित नियमों का उल्लंघन बताया है। अंगमो ने आगे कहा कि गिरफ्तारी के बाद से वह सोनम वांगचुक से बात नहीं कर पा रही हैं।

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सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद लद्दाख मामलों पर सरकार के साथ बातचीत कर रहे दो संगठन, एपेक्स बॉडी, लेह और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस, सरकार के इस कदम के पीछे राजनीतिक मकसद होने का दावा करते हुए वार्ता से हट गए। हालांकि, लद्दाख प्रशासन ने राजनीतिक प्रतिशोध के आरोपों को खारिज कर दिया है।

केंद्र ने एक बयान भी जारी किया जिसमें कहा गया कि सरकार लद्दाख मामलों पर सर्वोच्च निकाय लेह (एबीएल) और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) के साथ किसी भी समय बातचीत के लिए हमेशा तैयार रही है। हम लद्दाख पर उच्चस्तरीय समिति या ऐसे किसी भी मंच के माध्यम से एबीएल और केडीए के साथ चर्चा का स्वागत करते रहेंगे।

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