सोमवार को केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी को अदालत की ओर से बड़ी राहत मिली। सौर घोटाले की आरोपी सरिता नायर की ओर से केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी की कथित भूमिका की जांच की मांग करते हुए जो याचिका दायर की थी उसे हाई कोर्ट ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह राजनीति से प्रेरित है।
सरिता ने 25 पन्नों के एक कथित पत्र में आरोप लगाया था कि चांडी ने अपने आधिकारिक आवास में उसका यौन शोषण किया था। सरिता ने इस पत्र के 2013 में लिखे जाने का दावा किया है, जब वह सोलर पैनल घोटाले में अपनी गिरफ्तारी के बाद पुलिस हिरासत में थी। दूसरी ओर इस मामले को लेकर विपक्ष ने चांडी को निशाने पर ले लिया है। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी एस अच्युतानंदन ने सरिता के लगाए आरोपों की जांच की मांग की है। हालांकि इन आरोपों को खारिज करते हुए चांडी ने कहा कि 16 मई के विधानसभा चुनाव में लोग इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।
सोमवार अपने आधिकारिक आवास क्लिफ हाउस में चांडी ने संवाददाताओं से कहा,‘हम गौर करेंगे कि इससे निपटने के लिए कानूनी तौर पर क्या कदम हो सकते हैं।’ कुछ दागी मंत्रियों को चुनाव में उतारे जाने के बारे में पूछे जाने पर चांडी ने कहा कि पिछले पांच साल में उन्होंने अधिकतम आरोपों का सामना किया है,‘भ्रष्टाचार और आरोप बिल्कुल अलग चीज हैं। कोई भी आरोप लगा सकता है लेकिन यदि आरोपों में एक फीसदी भी सचाई है तो यह एक गंभीर स्थिति है।’ चांडी ने सरिता के आरोपों को बकवास करार दिया और कहा कि जनता 16 मई के विधानसभा चुनाव में इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने इसे साजिश करार दिया।
वहीं विपक्षी मार्क्सवादी नेता वीएस अच्युतानंदन ने कहा कि आरोप अत्यधिक गंभीर हैं और इनकी गहन जांच होनी चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि चांडी और मंत्री अदूर प्रकाश, एपी अनिल कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री केसी वेणुगोपाल, जोस के मणि सहित अन्य को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए। वरिष्ठ माकपा नेता ने केरल की जनता से मुख्यमंत्री और उन अन्य नेताओं का बहिष्कार करने की अपील की जिनके विरुद्ध सरिता ने एक कथित पत्र में अनैतिक आचरण का आरोप लगाया है।
एक प्रमुख खबरिया चैनल पर इस कथित पत्र की प्रति दिखाए जाने के अगले दिन सोमवार अच्युतानंदन ने कहा कि मुख्यमंत्री के विरुद्ध सरिता के आरोप गंभीर हैं क्योंकि इससे खुलासा होता है कि उन्होंने सभी प्रकार की अनैतिक गतिविधियों के लिए अपने सरकारी आवास का उपयोग किया।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि इस घटना में कथित रूप से शामिल चांडी और उनके सहयोगी एक महिला की जिंदगी तबाह करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसने अपनी आजीविका के लिए उनसे संपर्क किया था। उन्होंने राज्य की महिलाओं से विधानसभा चुनाव में चांडी के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाने की अपील की।
अच्युतानंद ने कहा, ‘ओम्मन चांडी कांग्रेस आलाकमान के लिए बोझ बन गए हैं। उन जैसे नेताओं को विधानसभा चुनाव में उतारना केरल की जनता के हित के विरुद्ध है। नेताओं का मुखौटा पहनकर इन लोगों ने राज्य में सार्वजनिक जीवन को कलूषित किया है।’’