स्मॉल सेविंग स्कीम्स में निवेश से बड़ा फायदा होता है। अच्छी खासी ब्याज दरों के साथ यह स्कीम मोटा रिटर्न भी देती हैं। जिसमें पीपीएफ के साथ सुकन्या समृद्धि योजना, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के अलावा किसान विकास पत्र आदि स्कीम शामिल हैं। सालाना कुछ रुपयों के निवेश के साथ आप लाखों रुपयों का फंड एकत्र कर सकते हैं। इन योजनाओं की सबसे आकर्षक बात है इनकी ब्याज दरें। जो किसी भी निवेशक की असल कमाई है।
अब जो खबरें आ रही है वो काफी निराश करने वाली है। वास्तव में केंद्र सरकार स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में कटौती मिडिल क्लास की सेविंग को कम कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो एक जुलाई से छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले निवेशकों को कम ब्यारज मिलेगा।
सरकार ले सकती है बड़ा फैसला : जानकारों की मानें तो ग्रोथ की स्पीड बढ़ाने के लिए आर्थिक सपोर्ट की काफी जरुरत होती ळै। ऐसे में सरकार स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में कटौती कर सरकार की उधारी की लागत कम करने का प्रयास करेगी। जिससे इकोनॉमी को सहारा मिल सके। रिजर्व बैंक के साथ देश के बाकी बैंक भी इसके पक्ष में दिखाई दे रहे हैं।
30 जून हो आ सकता है फैसला : स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों की समीक्षा 30 जून को होगी। जिस पर फैसला लिया जाएगा कि ब्याज दरों को कम किया जाए, बढ़ाया जाए या फिर स्थिर रखा जाए। पिछली बार मार्च के महीने में 5 राज्य विधानसभा चुनाव से पहले ब्याज दरों को कम करने का ऐलान किया गया। नोटिफिकेशन आने के बाद सरकार का विरोध शुरू हो गया। उसके अगले दिन फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण को अपना फैसला बदलना पड़ा। चुनाव समाप्त हो चुके हैं। केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल का चुनाव हार चुकी है। ऐसे में सरकार ब्याज दरों में कटौती कर सकती है।
रेपो रेट में हो चुकी है काफी कटौती : मौजूदा समय में स्मॉल सेविंग स्कीम में 6.9 फीसदी और उससे ज्यादा ब्याज मिल रहा है। जबकि करीब दो सालों में रिजर्व बैंक रेपो दरों में 1.75 फीसदी की गिरावट हो चुकी है, वहीं स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में 0.80 फीसदी से लेकर 1 फीसदी की कटौती देखने को मिली है। ऐसे में सरकार इस गुंजाइश को तलाश रही है कि कहां से कटौती हो सकती है। ईटी की रिपोर्ट में केयर रेटिंग के चीफ इकोनॉमिस्ट का कहना है कि चुनाव खत्म हो चुके हैं। ऐसे में सरकार स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में गिरावट कर सकती है।
किस स्कीम में कितना ब्याज : – सुकन्या समृद्धि स्कीम पर अभी 7.6 फीसदी ब्याज मिल रहा है।
– सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम पर 7.4 फीसदी ब्याज मिल रहा है।
– पब्लिक प्रॉविडेंट फंड पर 7.1 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है।
– किसान विकास पत्र पर 6.9 फीसदी का ब्याज है।
– नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 6.8 फीसदी का ब्याज है।
– मासिक इनकम अकाउंट पर 6.6 फीसदी का ब्याज मिल रहा है।

