मदर टेरेसा के बाद मिशनरीज ऑफ चैरिटी की प्रमुख की जिम्मेदारी संभालने वाली सिस्टर निर्मला जोशी का आज सुबह निधन हो गया। वह 81 साल की थीं।
मिशनरीज ऑफ चैरिटी के एक अधिकारी ने बताया कि सिस्टर निर्मला पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थीं और उनकी सेहत लगातार गिरती जा रही थी। उनका पार्थिव शरीर कल सुबह मदर हाउस लाया जाएगा और शाम चार बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा, ‘‘जो कोई उनको श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता है वो कल मदर हाउस पहुंच सकता है।’’
मदर टेरेसा के निधन के छह महीने पहले 13 मार्च, 1997 को सिस्टर निर्मला को मिशनरीज ऑफ चैरिटी का सुपीरियर जनरल चुना गया था।
कोलकाता में अप्रैल, 2009 में हुई जनरल चैप्टर की बैठक में सिस्टर निर्मला के बाद सिस्टर मैरी प्रेमा को सुपीरियर जनरल बनाने का फैसला हुआ था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिस्टर निर्मला के निधन पर शोक प्रकट किया है। ममता ने एक बयान में कहा, ‘‘मदर टेरेसा के बाद मिशनरीज ऑफ चैरिटी का नेतृत्व करने वाली सिस्टर निर्मला के निधन से दुखी हूं। कोलकाता और विश्व उनकी कमी महसूस करेगा।’’
प्रधानमंत्री ने सिस्टर निर्मला के निधन पर शोक व्यक्त किया:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिस्टर निर्मला के निधन पर आज गहरा शोक प्रकट किया। सिस्टर निर्मला ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी की प्रमुख मदर टेरेसा का उत्तराधिकार ग्रहण किया था। मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना मदर टेरेसा ने की थी।
मोदी ने अपने बयान में कहा, ‘‘सिस्टर निर्मला का जीवन सेवा, गरीबों एवं वंचित वर्ग के लोगों को समर्पित था। उनके निधन से दुखी हूं। उनकी आत्मा को शांति प्राप्त हो।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मिसनरीज ऑफ चैरिटी परिवार को सिस्टर निर्मला के गुजरने पर मैं अपनी ओर से गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’

