उत्तराखंड के सिल्कयारा में सुरंग में फंसे मजूदरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। रेस्क्यू टीम अभी मलबे के आर-पार एक 6 इंच का पाइप डालने में सफल रही हैं, जिससे मजदूरों तक गर्म खाना पहुंचाया गया है। इस पाइप के जरिए सुरंग में एक एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा भी इंस्टॉल किया गया है, जिससे पहली बार सुरंग में फंसे मजदूरों की तस्वीरें दुनिया के सामने आई हैं।

विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए सामने आए वीडियो में दिखाई दे रहा है कि रेस्क्यू ऑफिशियल सुरंग में फंसे मजदूरों से रेडियो हेंडसेट / वॉकी टॉकी के जरिए मजदूरों से बातचती कर रह हैं। सुरंग में फंसे मजूदरों की तस्वीरें देखने के बाद न सिर्फ उनके परिजनों ने बल्कि देशभर के लोगों ने राहत की सांस ली है।

मजदूरों से क्या बात हुई?

मीडिया से बातचीत में विक्रम सिंह नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने वॉकी टॉकी के जरिए सुरंग में फंसे अपने भाई से बात की। विक्रम सिंह ने कहा कि उन्होंने बताया कि वो सेफ हैं। उन्होंने परिवार के पारे में भी सवाल किए। विक्रम ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके भाई सहित अन्य सभी लोगों को जल्द ही रेस्क्यू कर लिया जाएगा।

सुरंग में फंसे मंजीत नाम के एक मजदूर के पिता ने मीडिया से कहा कि वीडियो देखकर बहुत अच्छा लगा, दिल को बहुत तसल्ली पहुंची। हम बहुत खुश हैं। परिवार भी खुश है। ऐसी घड़ी आए जो सभी को खुशियां दें। एक अन्य महिला ने अपने देवर से बात के बाद मीडिया से कहा कि पहले से आज बहुत अलग है। आज पूरी तरह साफ आवाज आ रही थी। अंदर वो लोग ठीक हैं। वो लोग पूछ रहे थे कि उन्हें कब तक निकाल लिया जाएगा। हमने उन्हें उम्मीद बंधाई है।

CM बोले- मजदूरों को निकालना पहली प्राथमिकता

देहरादून में मंगलवार को मीडिया से बातचीत में राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता मजदूरों को बाहर निकालना है। अभी कैमरा भेजकर देखा है, आगे उन्हें वॉकी-टॉकी और अन्य संचार के साधन उपलब्ध करवाने के बारे में विचार हो रहा है। इससे वहां की जानकारी लगातार मिलती रहेगी। उनका मनोबल अच्छा है, सभी लोग स्वस्थ हैं और आगे सबसे बेस्ट प्रयास किए जाएंगे।