उत्तरकाशी की सिल्कयारा टनल में रेस्क्यू का काम इस समय बंद पड़ा है। टनल में रेस्क्यू का काम बंद होने से सुरंग में फंसे मजदूरों के परिजन बेचैन हो चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन कब शुरू होगा और कब तक सुरंग से लोगों को बाहर निकाला जा सकेगा, इसपर कुछ भी स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता।

ऑगर मशीन बंद होने के बाद मीडिया से बातचीत में इंटरनेशलन टनलिंग एक्सपर्ट आर्नोल्ड डिक्स ने बताया कि अब से लेकर एक महीने तक का कुछ समय लग सकता है। सभी 41 लोग सुरक्षित घर वापस आएंगे। उन्होंने कहा, “मैं बिल्कुल नहीं जानता कि कब ऑपरेशन पूरा होगा। मेरा मतलब है कि हमें जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। हमें बस सबसे महत्वपूर्ण बात पर विचार करना चाहिए और वह यह है कि सभी मजदूर सुरक्षित घर आएं… मुझे विश्वास है कि वे क्रिसमस के लिए समय से घर होंगे।”

आर्नोल्ड डिक्स ने आगे कहा, “शुरुआत से ही मैंने कभी वादा नहीं किया था कि यह जल्दी होगा, मैंने कभी वादा नहीं किया कि यह आसान होगा, मैंने कभी नहीं कहा कि यह कल पूरा हो जाएगा, मैंने कभी नहीं कहा कि यह आज रात खत्म होगा होगा…मैंने कहा कि वे सुरक्षित रहेंगे।”

अगले दो दिन कुछ नहीं होगा?

NDMA के मेंबर सैयद अता हसनैन ने कहा कि पिछले 24 घंटे में कुछ प्रोग्रेस नहीं हुई है। कुछ बाधाएं आई हैं। ऑगर जो काम कर रहा था, वहां अड़चन आई है। उसका कुछ हिस्सा टूटा है, वो अंदर रह गया है। उसे कटिंग करके ही निकाला जा सकता है। एयरफोर्स उसे लेकर आ रही है। उसकी कटिंग में कुछ समय लगेगा। उसके निकलने के बाद मैनुअल तौर पर ऑपरेशन हो सकता है। उसके बाद दो आदमी अंदर जाएंगे और धीरे-धीरे मलबा निकालेंगे। लेकिन इससे हमारी स्पीड काफी कम हो जाएगी। वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए मशीन ऊपर ले जाई जा रही है। उसे वहां सेट करने और काम शुरू करने में 48 घंटे लगेंगे। उसे 86 मीटर ड्रिल करना है नीचे। वहां 1.2 मीटर का छेद बनेगा, उसे स्टेब्लाइज करना होगा, इसमें कितना समय लगेगा, उसपर कुछ नहीं कह सकते