कर्नाटक में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए चल रही लड़ाई राज्य से लेकर नेशनल मीडिया चैनलों तक में सुर्खियों में बनी हुई है। उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं जबकि सिद्धारमैया के समर्थक भी अपने नेता को कुर्सी छोड़ते हुए नहीं देखना चाहते।
भले ही सामने से यह लड़ाई राजनीतिक दिख रही हो लेकिन इसके पीछे जाति का भी एक बड़ा एंगल है। अब यह लड़ाई कर्नाटक में वोक्कालिगा बनाम अहिंदा समुदाय की लड़ाई में तब्दील हो गई है।
डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं जबकि सिद्धारमैया अहिंदा समुदाय से। अहिंदा समुदाय में अल्पसंख्यक, पिछड़े वर्ग और दलित समुदाय के लोग आते हैं और यह समुदाय मजबूती से सिद्धारमैया के साथ खड़ा रहा है।
कर्नाटक में कांग्रेस का ये दलित नेता बनना चाहता है मुख्यमंत्री
सिद्धारमैया को दी थी सीएम की कुर्सी
मई, 2023 में जब कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव हुए थे तब सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए आमने-सामने थे लेकिन तब कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाया था।
कर्नाटक राज्य वोक्कालिगारा संघ ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को गुरुवार को चेतावनी दी है कि अगर डीके शिवकुमार के साथ नाइंसाफी हुई तो वह इसका पुरजोर विरोध करेगा। इस समुदाय के नेताओं का कहना है कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में शिवकुमार ने कड़ी मेहनत की और उनकी मेहनत के दम पर ही कांग्रेस को 140 सीटों पर जीत मिली थी। इस समुदाय का यह भी तर्क है कि कांग्रेस हाईकमान ने डीके शिवकुमार से वादा किया था कि सिद्धारमैया के ढाई साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
अहिंदा समुदाय ने भी दी चेतावनी
दूसरी ओर, कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग समुदाय महासंघ (केएसएफबीसीसी) ने भी कांग्रेस को चेताया है कि अंदरूनी कलह की खबरों के बीच अगर सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाता है तो इससे पार्टी पर असर पड़ेगा। इस समुदाय के नेताओं का कहना है कि नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जिस तरह की चर्चाएं चल रही हैं, अगर यह जारी रही तो आने वाले दिनों में कांग्रेस के लिए मुश्किलें पैदा हो जाएंगी और अहिंदा समुदाय चुप नहीं बैठेगा।
अहिंदा समुदाय का कहना है कि इस समुदाय की 70% आबादी ने कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया है और हम समुदाय के नेता को हटाए जाने को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
खड़गे बोले- जल्द होगी बैठक
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कर्नाटक से ही आने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नई दिल्ली में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार समेत तमाम बड़े नेताओं की जल्द ही बैठक होगी। खड़गे ने कहा कि बैठक में इस मुद्दे को सुलझाया जाएगा और आगे की रणनीति भी तय की जाएगी।
कर्नाटक में 20 नवंबर को कांग्रेस सरकार ने ढाई साल का कार्यकाल पूरा कर लिया था और तब से ही राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं को काफी ताकत मिली है। पिछले कुछ दिनों में कर्नाटक में कांग्रेस के कई विधायक और मंत्री राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं के बीच दिल्ली के दौरे पर हैं। हाल ही में जब डीके शिवकुमार गुट के विधायक इकबाल हुसैन ने कहा था कि उन्हें 200% यकीन है कि डीके शिवकुमार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे तो उसके बाद दोनों खेमों के बीच चल रही जुबानी और सियासी जंग तेज हो गई है।
सिद्धारमैया ने की अहम बैठक
इस बीच, आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को अपने आवास पर वरिष्ठ मंत्रियों और करीबी माने जाने वाले नेताओं के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में जी. परमेश्वर, सतीश जारकीहोली, एच. सी. महादेवप्पा, के. वेंकटेश और केएन राजन्ना शामिल थे।
