ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे को लेकर हंगामा मचा हुआ है। अब ताजमहल और क़ुतुब मीनार को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है। कुछ हिन्दू संगठनों ने ताजमहल के 22 कमरों को खुलवाने की मांग की है। वहीं मंगलवार को कुछ लोगों ने हैदराबाद स्थित कुतुब मीनार का नाम बदलकर विष्णु स्तम्भ करने की मांग कर डाली। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर समाचार चैनल आजतक पर बहस चल रही थी।

बहस में बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला, इतिहासकार दिनेश कपूर और रवि भट्ट , वकील विष्णु जैन और एमपीसीआई के अध्यक्ष तसलीम रहमानी भी मौजूद थे। बहस के दौरान एंकर ने पूछा कि पहले तो लगता था कि राम मंदिर वाला मामला खत्म हो जायेगा, तो मंदिर-मस्जिद की सियासत का पटाक्षेप हो जायेगा लेकिन यहाँ तो हार रोज एक मुद्दा आ रहा है? इस सवाल पर इतिहासकार दिनेश कपूर ने कहा, “खत्म करिए न, तसलीम रहमानी साहब इसका नेतृत्व करें। बोल दें कि ये सब आक्रान्ताओं द्वारा लूटा गया है, ये सब आपकी धरोहर है, इसे ले जाइये।”

दिनेश कपूर के जवाब पर तसलीम रहमानी भड़क गए और जवाब देते हुए कहा, “मैं चार हजार मस्जिदों को आपके हवाले कर दूं?” तसलीम रहमानी के जवाब पर इतिहासकार दिनेश कपूर ने कहा कि आप 4 हजार मस्जिदों को हमारे हवाले क्यों करेंगे? बहस के दौरान इतिहासकार रवि भट्ट ने कहा कि राजशाही में शासकों ने धर्म का सहारा लिया है। अब इसका विवाद जनता ही सुलझा सकती है।

एंकर ने वकील विष्णु जैन से पूछा कि जहां भी मन्दिर के पास मस्जिद है वहां पर आप लोग का अलग ही दावा है? सवाल का जवाब देते हुए विष्णु जैन ने कहा कि जब ताज महल के अंदर नमाज होती है तब वह कम्युनल नहीं होता है ,लेकिन जब ताज महल के अंदर पूजा होती है, तो वह सांप्रदायिक हो जाता है। ऐसा क्यों? जबकि यह एएसआई को अधिकार है कि वह किसी को भी पूजा का अधिकार दे सकता है।

बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे अभी तक नहीं हो पाया है क्योंकि सर्वे टीम और वीडियोग्राफी टीम के अन्दर जाने पर खूब हंगामा हुआ। हालांकि कोर्ट ने मस्जिद में सर्वे का आदेश दिया है। ज्ञानवापी मस्जिद के आस पास भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।