हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा पर रोहतक में मंगलवार को नाराज व्यापारियों ने जूते फेंके। कारोबारी आरक्षण आंदोलन के दौरान जाटों की आेर से किए गए उपद्रव और नुकसान से नाराज थे। हुड्डा आंदोलन समाप्त होने के बाद मंगलवार को रोहतक गए थे। हुड्डा रोहतक के ही रहने वाले हैं। उनके बेटे दीपेंदर सिंह हुड्डा यहां से सांसद भी हैं।
कारोबारियों के जूते फेंककर विरोध जताने पर हड्डा को वापस लौटना पड़ा। हालांकि कोर्इ जूता उनके जाकर नहीं लगा। उन्हें जेड कैटेगिरी सुरक्षा मिली हुई है। सुरक्षाकर्मी उन्हें वहां से निकाल ले गए। हुड्डा को दो बार पहले भी रोहतक जाने से रोका गया था। उनके पीए पर आंदोलन को भड़काने का आरोप है। इस मामले में कांग्रेस ने जवाब भी मांगा है।
गौरतलब है कि आंदोलन के दौरान रोहतक में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों, घरों और शोरूम्स को आग लगा दिया था। नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर कारोबारी धरने पर बैठे हुए हैं। इससे पहले हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। उनके भाषण के दौरान नारेबाजी की गई।